फिजियोथेरेपी के बहाने से रोज आता था घर... महिला के साथ बढ़ी नजदीकियां, फिर 56 वर्षीय पति को...
punjabkesari.in Saturday, Jun 21, 2025 - 12:20 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तराखंड के कोटद्वार जंगल में मिली एक व्यक्ति की लाश की गुत्थी अब सुलझ चुकी है। पुलिस ने खुलासा किया है कि मृतक की पहचान मुरादाबाद निवासी 56 वर्षीय रविंद्र कुमार के रूप में हुई है। चौंकाने वाली बात यह है कि रविंद्र की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उनकी पत्नी रीना सिंधु (36) ने अपने प्रेमी परितोष कुमार के साथ मिलकर की थी।
तीन करोड़ की संपत्ति बनी वजह
पुलिस जांच में सामने आया कि रविंद्र कुमार मुरादाबाद की पॉश रामगंगा विहार कॉलोनी में तीन मंजिला मकान के मालिक थे, जिसकी अनुमानित कीमत करीब 3 करोड़ रुपए बताई गई है। रविंद्र इसे बेचना चाहते थे, लेकिन उनकी पत्नी रीना इस फैसले के खिलाफ थी। इस मकान से उन्हें हर महीने किराया भी प्राप्त हो रहा था। संपत्ति को लेकर दोनों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था।
फिजियोथेरेपी के बहाने बना प्रेम-संबंध
इसी दौरान रीना की मुलाकात परितोष कुमार से हुई, जो फिजियोथेरेपी कराने के बहाने उनके घर आता था। धीरे-धीरे दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और फिर उन्होंने मिलकर रविंद्र को रास्ते से हटाने की साजिश रच डाली। दिलचस्प बात यह है कि रीना ने अपने पति से परितोष को 'मुंहबोला भाई' बताया था।
शराब में जहर, फिर मौत का सफर
रीना ने कबूल किया है कि रविंद्र को बिजनौर बुलाकर पहले शराब पिलाई गई, फिर उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद शव को एसयूवी गाड़ी में डालकर कोटद्वार के जंगलों में फेंक दिया गया ताकि सबूत मिटाया जा सके। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
रीना की मां रह रही हैं उसी मकान में
रविंद्र मूल रूप से उत्तराखंड के डोईवाला के रहने वाले थे और उन्होंने 2011 में रीना से शादी की थी। उनके दो बच्चे भी हैं। बताया जाता है कि रविंद्र ने दिल्ली की पुश्तैनी जमीन बेचकर मुरादाबाद में आलीशान मकान खरीदा था, लेकिन कर्ज़ और चेक बाउंस की समस्याओं ने उन्हें आर्थिक संकट में डाल दिया था। यही कारण था कि वे मकान बेचना चाहते थे। वर्तमान में उस मकान में रीना की मां रह रही हैं और मीडिया से बात करने से बच रही हैं। मकान का एक हिस्सा सैलून के तौर पर किराये पर दिया गया है और कुछ अन्य किरायेदार भी उसमें रहते हैं, जो इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं कर रहे हैं।