''मैं जीने लायक नहीं, पत्नी से आंख नहीं मिला पा रहा हूं'' अस्पताल में भर्ती दुष्कर्म के आरोपी कैदी ने की आत्महत्या
punjabkesari.in Friday, Dec 27, 2024 - 12:22 PM (IST)
नेशनल डेस्क. विचाराधीन कैदी महेंद्र सुजाराम प्रजापत ने एमवाय अस्पताल के जेल वार्ड में अपनी जान दे दी। पुलिस ने 24 वर्षीय महेंद्र को दुष्कर्म मामले में गिरफ्तार किया था। आरोपी का 23 दिसंबर को हार्निया का ऑपरेशन हुआ था। पुलिस को उसके पास से सुसाइड नोट भी मिला है।
जेल अधीक्षक अलका सोनकर के अनुसार, महेंद्र नामक कैदी का ऑपरेशन हुआ था और उसे इलाज के लिए जेल के अस्पताल के वार्ड में शिफ्ट किया गया था। इस वार्ड में अन्य कैदी भी भर्ती थे। सुबह करीब साढ़े पांच बजे एक अन्य कैदी ने महेंद्र को बेहोश अवस्था में देखा और तुरंत गार्ड को सूचित किया। पुलिसकर्मी और गार्ड महेंद्र को बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। घटना की सूचना मिलते ही संयोगितागंज पुलिस और एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) अधिकारी मौके पर पहुंचे और मामले की जांच शुरू कर दी। पुलिस मौत के कारणों का पता लगाने के लिए जांच कर रही है।
एसीपी तुषारसिंह के अनुसार, नयागांव चौपड़ा(राजस्थान)निवासी महेंद्र को राऊ पुलिस ने रेप के आरोप में गिरफ्तार कर सेंट्रल जेल भेजा था।
हार्निया का ऑपरेशन पत्नी की मौजूदगी में हुआ था। देखभाल के लिए महेंद्र को जेल वार्ड में रखा था। कैदियों ने बताया महेंद्र दर्द के कराह रहा था। रात को दर्द कम होने की दवाई उसे दी गई थी। कैदी ही उसको बाथरूम से घसीट कर वार्ड में लेकर आए। उसके गले में फांसी का निशान था। महेंद्र ने सलाइन(नली) से फांसी लगाई है। मौके से सुसाइड नोट मिला है।
सुसाइड नोट में लिखा- मैं जीने लायक नहीं हूं। जिंदगी से परेशान हो चुका हूं। पत्नी से आंख नहीं मिला पा रहा हूं। एसीपी के मुताबिक महेंद्र हलवाई का काम करता था।