देश के लिए बड़ा झटका! अमेरिका की टैरिफ मार से घटा भारत का विदेशी मुद्रा भंडार
punjabkesari.in Friday, Oct 10, 2025 - 07:32 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश की अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने में जुटी सरकार के लिए यह खबर थोड़ी निराशाजनक है। अमेरिकी हाई टैरिफ की चुनौतियों से जूझ रहे भारत के विदेशी मुद्रा भंडार (Forex Reserves) में एक बार फिर गिरावट दर्ज की गई है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक, 3 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में भारत का फॉरेक्स रिजर्व 27.6 करोड़ डॉलर घटकर 699.96 अरब डॉलर पर आ गया। यानी 700 अरब डॉलर का स्तर एक बार फिर टूट गया।
लगातार दूसरे हफ्ते घटा भंडार
इससे पहले वाले सप्ताह में भी भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 2.33 अरब डॉलर घटकर 700.24 अरब डॉलर रह गया था। RBI के मुताबिक, 3 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां (Foreign Currency Assets)- जो भंडार का प्रमुख घटक हैं- 4.05 अरब डॉलर घटकर 577.71 अरब डॉलर रह गईं।
डॉलर के मुकाबले यूरो, पाउंड और येन जैसी अन्य मुद्राओं के उतार-चढ़ाव का असर भी इन परिसंपत्तियों पर पड़ा है।
गोल्ड रिजर्व ने संभाली स्थिति
हालांकि, इस बीच देश का स्वर्ण भंडार (Gold Reserves) 3.75 अरब डॉलर बढ़कर 98.77 अरब डॉलर तक पहुंच गया। इसके अलावा, विशेष आहरण अधिकार (SDR) भी 2.5 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.81 अरब डॉलर हो गया, जबकि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) में भारत का आरक्षित भंडार 40 लाख डॉलर घटकर 4.66 अरब डॉलर रह गया।
रुपये में दिखी मजबूती का हल्का असर
विदेशी मुद्रा बाजार में रुपये ने हल्की मजबूती दिखाई। शुक्रवार को रुपया 10 पैसे की बढ़त के साथ 88.69 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ।
रुपये को सहारा मिला-
- घरेलू शेयर बाजारों की मजबूती से
- कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट से
- और RBI के समय पर हस्तक्षेप से
हालांकि, अमेरिकी डॉलर की मजबूती ने इस तेजी को सीमित रखा। रुपया दिनभर 88.50 से 88.80 के दायरे में कारोबार करता रहा।
बाजार में उत्साह, निवेशक बने लिवाल
शेयर बाजारों में सकारात्मक माहौल बना रहा-
- बीएसई सेंसेक्स 328.72 अंक चढ़कर 82,500.82 पर बंद हुआ।
- निफ्टी 50 103.55 अंक बढ़कर 25,285.35 पर पहुंचा।
विदेशी संस्थागत निवेशक (FIIs) ने भी भरोसा जताया और 1,308.16 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
उधर, डॉलर इंडेक्स 0.21% गिरकर 99.32 पर आ गया और ब्रेंट क्रूड ऑयल 0.61% घटकर 64.85 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचा।