पूज्य संतों के नेतृत्व में सम्पूर्ण सनातनी समाज ने बांग्लादेशी हिन्दुओं के समर्थन में निकाला विशाल रोष मार्च
punjabkesari.in Thursday, Dec 05, 2024 - 03:44 PM (IST)
नेशनल डेस्क. बांग्लादेश में कट्टरपंथी तत्वों और हिन्दू विरोधी सरकार द्वारा किए जा रहे हिन्दू नरसंहार, हिन्दू घरों में लुटापाट एवं आगजनी, मंदिरों में तोड़ फोड़, संत समाज पर अत्याचार, महिलाओं का अपहरण एवं शीलहरण आदि जैसी अमानवीय-हिंसक घटनाओं के विरोध में पूज्य संत समाज के नेतृत्व में सभी धार्मिक, सामाजिक, व्यापारिक संस्थाओं एवं संगठनों द्वारा एक विशाल रोष मार्च श्री राम चौंक (कम्पनी बाग़) से डी सी ऑफिस तक निकाला गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता संत समाज द्वारा की गई जिसमें प्रमुख संत महामंडलेश्वर बंसी दास जी, महंत राज किशोर जी, दिव्य ज्योति जागृति संस्थान के संत स्वामी सज्जनानन्द जी, संत मुलख नाथ जी उपस्थित रहे। 11 बजे हनुमान चालीसा एवं संकीर्तन से कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिसके बाद संत महापुरुषों ने अपना वक्तव्य रखा एवं श्री सुशील सैनी जी और श्री मनोज जी ने अपना विचार रखे। इसके बाद आई हुईं सभी धार्मिक, सामाजिक एवं व्यापारिक संगठनों ने श्री राम चौंक से डीसी ऑफिस तक रोष मार्च निकाला एवं डीसी को ज्ञापन सौंपा।
सम्पूर्ण सनातनी समाज पूज्य संतों के नेतृत्व में सड़कों पर संगठित होकर उतरा और अपने बांग्लादेशी हिन्दू भाईयों एवं बहिनों के लिए आवाज उठाई. इस रोष मार्च में भगत सिंह विवेकान्द विचार मंच, सीफ, डॉ अम्बेडकर विचार सभा, सनातन तालमेल कमेटी, विश्व हिन्दू परिषद्, बजरंग दल, श्री देवी तालाब मंदिर, सिद्ध सोढल मंदिर, इसकोन, गीता मंदिर, प्राचीन शिव मंदिर, श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर, गणपति उत्सव मण्डल, बुक्स मार्किट एसोसिएशन, डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन, यंग एडवोकेट क्लब, ग्लोबल अवेयरनेस एसोसिएशन, हरि मंदिर बस्ती दानिशमंदा, दुर्गा विहार वेलफेयर सोसाइटी, पतंजलि योग समिति, सनातन धर्म सभा, अखिल भारतीय हिन्दू महासभा, किला नवयुग सोसाइटी, सिद्ध बाबा तपस्वी मंदिर, श्री पंचवटी गौशाला, श्री चैतन्य महाप्रभु राधा मंदिर, विश्व सनातन धर्म सभा, शिव शक्ति मंदिर मीठापुर, शिव मंदिर पहाड़ीवाला, महावीर सेवा दल, वैरागी आश्रम राम मंदिर, माँ भारती सेवा संघ, धर्म जागरण मंच, समाजिक समरसता मंच, शनि सुखधाम, दीन दयाल उपाध्याय समिति, फगवाड़ा गेट इलेक्ट्रिकल ट्रेडर एसोसिएशन, स्वदेशी जागरण मंच, श्री रविदास मंदिर, मानव कल्याण समिति आदि 150 से अधिक सामाजिक, धार्मिक एवं व्यापारिक संगठनों एवं संस्थाओं ने सहभाग किया।