बांके बिहारी मंदिर में 200 रुपये के नोटों से बनी ड्रेस चढ़ाई, राजस्थान के भक्त ने की डोनेशन
punjabkesari.in Thursday, Feb 13, 2025 - 05:41 PM (IST)
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नेशनल डेस्क : वृंदावन, उत्तर प्रदेश एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थान है, जो भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं का केंद्र माना जाता है। यहां कई मंदिर और स्थान हैं जो भक्ति और आध्यात्मिकता से भरपूर हैं। हाल ही में, वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में एक अनोखा दृश्य देखने को मिला, जहां भगवान बांके बिहारी को 200 रुपये के नोटों से बने कपड़े पहनाए गए थे।
क्या था मामला?
माघ पूर्णिमा के मौके पर राजस्थान के एक भक्त ने भगवान बांके बिहारी जी को 200 रुपये के नोटों से बने कपड़े समर्पित किए थे। इस मौके पर भगवान की चोली, धोती और मुकुट सभी नोटों से बनाए गए थे। यह पहली बार था जब भगवान बांके बिहारी को इस तरह के कपड़े पहने हुए देखा गया। इससे पहले भक्त केवल भगवान को नोटों की माला अर्पित करते थे, लेकिन अब यह एक नई और खास परंपरा बन गई है।
कपड़ों का इतिहास
राजस्थान के भक्त ने पहले सांवरिया सेठ को नोटों से बने कपड़े पहने हुए देखा था और प्रेरित होकर उन्होंने भगवान बांके बिहारी के लिए भी इसी तरह के कपड़े तैयार किए। इस काम में उन्होंने कारीगरों की मदद ली और भगवान के कपड़े बनाए।
वृंदावन में और भी दर्शनीय स्थान
बांके बिहारी मंदिर के अलावा वृंदावन में और भी कई धार्मिक और ऐतिहासिक स्थल हैं जो घूमने के लिए उपयुक्त हैं:
प्रेम मंदिर: सफेद संगमरमर से बना यह मंदिर अपनी लाइटिंग और सुंदर झांकियों के लिए प्रसिद्ध है।
इस्कॉन मंदिर: यहां भजन-कीर्तन होते हैं और यह स्थान आध्यात्मिक ऊर्जा से भरा हुआ है।
निधिवन: माना जाता है कि यहां श्रीकृष्ण और राधा गोपियों के साथ रास रचाते हैं।
रंगजी मंदिर: दक्षिण भारतीय शैली में बना यह मंदिर आकर्षक है और यहां रथ यात्रा आयोजित होती है।
सेवा कुंज: यहां रात में श्रीकृष्ण के प्रकट होने की मान्यता है।
गोविंद देव जी मंदिर: यह मंदिर अकबर के समय में बना और वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण है।
केसी घाट: यमुना नदी के किनारे स्थित यह स्थान बहुत पवित्र माना जाता है।
पागल बाबा मंदिर: इसकी अनोखी वास्तुकला और झांकियां आकर्षक हैं।
जयपुर मंदिर: यह 19वीं शताब्दी में बना और इसकी नक्काशी और संगमरमर की मूर्तियां बहुत सुंदर हैं।
अगर आप वृंदावन जाएं, तो बांके बिहारी मंदिर के अलावा इन स्थानों का भी दर्शन करें। यहां हर जगह भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं की झलक मिलती है और हर एक स्थान में भक्ति की विशेष ऊर्जा महसूस होती है।