गुजरात: मोदी विरोधी पोस्टर लगाने के मामले में ‘आप' के 8 कार्यकर्ता गिरफ्तार, गढ़वी बोले- 'लोकतंत्र खतरे में है'
punjabkesari.in Friday, Mar 31, 2023 - 01:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क: गुजरात में अहमदाबाद शहर के विभिन्न इलाकों में ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ' के पोस्टर लगाकर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में आप के 8 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। ‘आप' की गुजरात इकाई ने गिरफ्तारी की निंदा करते हुए कहा कि इस कदम ने साबित कर दिया है कि ‘‘लोकतंत्र खतरे में है।''
ये मोदी और भाजपा का डर नहीं है तो और क्या है?
आप कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के बाद गुजरात आप प्रमुख इसुदान गढ़वी ने बीजेपी पर तानाशाही के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी इस बात का संकेत है कि बीजेपी डर गई है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- 'भाजपा की तानाशाही देखो! मोदी हटाओ देश बचाओ के पोस्टर मामले में गुजरात में आम आदमी पार्टी के कार्यकताओं पे आईपीसी की विविध धाराए लगा कर जेल में बंध कर दिया है! ये मोदी और भाजपा का डर नहीं है तो और क्या है? चाहे जितना भी ज़ोर लगा लो! आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता लड़ेंगे!'
शहर की अपराध शाखा ने एक विज्ञप्ति में बताया कि आठ लोगों को इनसपुर, मणिनगर, वटवा, नारोल और वडज जैसे इलाकों में ‘मोदी हटाओ, देश बचाओ' के पोस्टर लगाकर सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इसमें बताया गया है कि ये पोस्टर ‘आप' कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को लगाए थे। विज्ञप्ति के अनुसार, विभिन्न पुलिस थानों में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज किए जाने के बाद बृहस्पतिवार रात को इन लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने इन ‘आप' कार्यकर्ताओं की पहचान नटवर ठाकोर, जतिन पटेल, कुलदीप भट्ट, बिपिन शर्मा, अजय चौहान, अरविंद चौहान, जीवन माहेश्वरी और परेश तुलसियानी के रूप में की है।
जानें क्या बोले सागर रबारी
आप की गुजरात इकाई के उपाध्यक्ष सागर रबारी ने कहा कि पार्टी ने बृहस्पतिवार को कई अन्य राज्यों में इस तरह के पोस्टर लगाए थे, लेकिन केवल गुजरात पुलिस ने उसके कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया। रबारी ने कहा, ‘‘अहमदाबाद एकमात्र ऐसा शहर है जहां लोग अपने संवैधानिक अधिकारों से वंचित हैं क्योंकि पुलिस आपको कभी भी गिरफ्तार कर सकती है और अपनी सनक एवं मर्जी के मुताबिक आपके खिलाफ मामला दर्ज कर सकती है।'' ‘आप' ने पिछले साल गुजरात विधानसभा चुनावों में पांच सीट जीती थीं, जबकि भारतीय जनता पार्टी ने 182 सीट वाले सदन में 156 सीट पर जीत हासिल की थी।