4,500 किलोमीटर की यात्रा कर अयोध्या पहुंचेंगे 500 सोशल मीडिया 'इन्फ्लुएंसर'

punjabkesari.in Wednesday, Jan 10, 2024 - 07:04 AM (IST)

नई दिल्लीः सोशल मीडिया पर अपनी गतिविधियों से लोगों को प्रभावित करने वाले 500 से अधिक लोग एक महीने में अयोध्या तक की 4,500 किलोमीटर की यात्रा करेंगे और उनका दावा है कि वे भगवान राम का वनवास समाप्त होने के बाद उनके द्वारा अपनाए गए मार्ग का अनुकरण करेंगे। 
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रामोत्सव यात्रा के आयोजकों के मुताबिक यह यात्रा पांच राज्यों तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश से गुजरेगी। रामोत्सव यात्रा टीम में शामिल अपूर्वा सिंह ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि करीब एक महीने की यह यात्रा 14 जनवरी को मध्य प्रदेश के इंदौर से शुरू होगी। 
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आयोजक दल के एक अन्य प्रमुख सदस्य मलय दीक्षित ने बताया, ‘‘करीब 500 इन्फ्लुएंसर, इंस्टाग्रामर, यूट्यूबर, ब्लॉगर, खेल और बॉलीवुड की हस्तियां इस यात्रा में शामिल होंगी।'' उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन राम महोत्सव यात्रा समिति कर रही है जिसका गठन ‘ऑल इंडिया इन्फ्लुएंसर एसोसिएशन' ने किया है। यह यात्रा ऐसे समय की जा रही है जब 22 जनवरी को अयोध्या में राम जन्मभूमि पर बन रहे भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है। 
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दीक्षित ने कहा, ‘‘हमारी यह यात्रा न केवल शिक्षाप्रद है बल्कि यह भगवान श्री राम की यात्रा का उत्सव है जो जंगल से गुजरी और यह हमें भारतीय सांस्कृतिक विरासत की जानकारी देगी।'' यात्रा के रास्ते में प्रतिभागी प्रमुख तीर्थ स्थलों से मिट्टी एकत्र करेंगे और उस मिट्टी का इस्तेमाल अयोध्या में पौधे लगाने में किया जाएगा जिनका नाम ‘रामायण' रखा जाएगा। यात्रा के दौरान प्रतिभागी रामेश्वरम, त्र्यम्बकेश्वर, घृष्णेश्वर और काशी विश्वनाथ ज्योर्तिलिंग का भी दर्शन करेंगे। दीक्षित ने बताया कि उत्तर प्रदेश पहुंचने के बाद श्रद्धालु अपने वाहनों को अयोध्या से करीब 20 किलोमीटर दूर नंदीग्राम में छोड़ देंगे और पैदल आगे का रास्ता तय करेंगे। 

इस बीच, उच्च गुणवत्ता वाली त्रिआयामी (3डी) तस्वीर जारी करने वाली कंपनी जेनेसिस इंटरनेशनल के मंच पर जारी मानचित्र को श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अयोध्या का आधिकारिक मानचित्र बनाने का फैसला किया गया है। जेनेसिस इंटनरेशनल ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि शहर का मानचित्र श्रद्धालुओं और यात्रियों को सटीक जानकारी देगा। कंपनी ने कहा, अन्य उपयोगों के साथ मानचित्र अयोध्या को तीर्थयात्रियों, नागरिकों और अधिकारियों के लिए एक स्मार्ट शहर बनाने में काफी मदद करेगा। बयान के मुताबिक अयोध्या विकास प्राधिकरण ने जेनेसिस के नए ‘भारत मानचित्र प्लेटफॉर्म' को अयोध्या शहर के आधिकारिक मानचित्र के रूप में चुना है। 


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Content Writer

Pardeep

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