उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में 500 लोगों की घर वापसी, सिख से बने थे ईसाई

punjabkesari.in Sunday, May 25, 2025 - 05:14 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के नेपाल सीमा से लगे गांवों में धर्मांतरण के कारण पहले ईसाई बने लोगों की घर वापसी का एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया। विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में हुई इस पहल में करीब 500 लोगों ने पुनः अपने पूर्वजों के धर्म का चयन किया। इस कार्यक्रम में सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर भारी पुलिस बल तैनात रखा गया था। पीलीभीत जिले के टाटरगंज, बेल्हा, बमनपुरी जैसे गांव जो नेपाल सीमा से लगे हुए हैं, वहां लंबे समय से धर्मांतरण की गतिविधियां चल रही थीं। विशेष रूप से कुछ सिख समाज के लोग ईसाई धर्म अपना चुके थे। इस धर्म परिवर्तन को लेकर स्थानीय लोगों और समाज के एक वर्ग में चिंता बढ़ रही थी।

सिख समाज की मांग और प्रशासन की प्रतिक्रिया

करीब 10 दिन पहले सिख समाज के प्रतिनिधि मंडल ने पीलीभीत के डीएम और एसपी से मुलाकात कर इस धर्मांतरण की समस्या को लेकर हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने करीब 150 परिवारों की सूची प्रशासन को सौंपी, जिनके धर्म परिवर्तन की आशंका जताई गई थी। हालांकि प्रशासन ने पहले इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि ऐसा कोई बड़ा मामला सामने नहीं है।

विश्व हिंदू परिषद की पहल और घर वापसी कार्यक्रम

इस विवाद के बाद विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने सीमावर्ती गांवों में जाकर लोगों से सीधे संपर्क साधा। उन्होंने प्रभावित परिवारों को अपने पुराने धर्म में लौटने के लिए प्रेरित किया। शुक्रवार को बेल्हा और टाटरगंज गांवों में एक बड़ा घर वापसी कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में सिख समाज के करीब 500 लोग शामिल हुए। उन्होंने पुनः हिन्दू धर्म अपनाने का संकल्प लिया।

सुरक्षा व्यवस्था और पुलिस का अलर्ट

इस बड़ी घटना को लेकर पुलिस और प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क थे। हजारा थाना की पुलिस ने कार्यक्रम स्थल पर भारी संख्या में फोर्स तैनात की ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो। सुरक्षा व्यवस्था कड़ी रहने से कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ।

 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Ashutosh Chaubey

Related News