Uttarakhand avalanche: उत्तराखंड हिमस्खलन में 46 श्रमिक सुरक्षित, अंतिम शव मिलने से मृतकों की संख्या हुई 8
punjabkesari.in Sunday, Mar 02, 2025 - 05:28 PM (IST)
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नई दिल्ली: उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा गांव के पास सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के शिविर में हुए भीषण हिमस्खलन में 54 श्रमिक बर्फ में दब गए थे। अब तक 46 श्रमिकों को बचा लिया गया है, जबकि आठ की दुखद मौत हो चुकी है। रविवार को तलाश के दौरान एक और श्रमिक का शव मिला, जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 8 हो गई है।
चमोली में बचाव प्रयासों पर 10 महत्वपूर्ण अपडेट्स:
- बीआरओ शिविर से अब तक 46 श्रमिकों को बचाया जा चुका है, जबकि 8 की मौत हो गई है। मृतकों में हिमाचल प्रदेश के मोहिंद्र पाल और जितेंद्र सिंह, उत्तर प्रदेश के मंजीत यादव और उत्तराखंड के आलोक यादव शामिल हैं।
- शुक्रवार को भारी बर्फबारी और बारिश की वजह से बचाव कार्य में रुकावट आई थी, लेकिन रविवार को मौसम साफ होते ही बचाव कार्य की गति तेज हो गई है।
- भारतीय सेना, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और बीआरओ के कर्मचारियों के साथ-साथ 200 से अधिक कर्मी बचाव अभियान में जुटे हुए हैं।
- शुरू में 5 श्रमिक लापता थे, लेकिन हिमाचल प्रदेश के सुनील कुमार को सुरक्षित घर पहुंचते देखा गया, जिससे लापता श्रमिकों की संख्या अब 4 रह गई है।
- बीआरओ शिविर में 8 श्रमिक आवास (कंटेनर) हिमस्खलन में दब गए थे। 5 पहले मिल गए थे, जबकि शेष 3 के बारे में जानकारी मिलने के बाद लापता श्रमिकों को लेकर चिंता बढ़ गई है।
- खोई हुई श्रमिकों का पता लगाने के लिए विशेष उपकरण जैसे विक्टिम लोकेटिंग कैमरा (VLC), थर्मल इमेजिंग कैमरा, ग्राउंड पेनेट्रेशन रडार और हिमस्खलन बचाव कुत्तों का इस्तेमाल किया जा रहा है।
- मौसम अनुकूल रहने पर ड्रोन और क्वाडकॉप्टर जैसी तकनीक का भी इस्तेमाल किया जाएगा।
- आर्मी एविएशन कॉर्प्स और भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टरों ने भी बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- हिमस्खलन ने बद्रीनाथ-जोशीमठ राजमार्ग को कई स्थानों पर अवरुद्ध कर दिया था, जिससे बचाव दल के लिए सड़क मार्ग से पहुंचना मुश्किल हो गया।
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए आवश्यक निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हवाई सर्वेक्षण किया और बचाव कार्य की त्वरित कार्रवाई के लिए प्रशंसा की। उन्होंने अधिकारियों को युद्ध स्तर पर तलाश जारी रखने का निर्देश दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी स्थिति पर अपडेट लिया और केंद्रीय एजेंसियों से पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया है।