ओडिशा,पश्चिम बंगाल में NDRF के 40 दल तैनात, 24 को तैयार रखा गया :एनडीआरएफ प्रमुख

punjabkesari.in Wednesday, May 20, 2020 - 10:13 PM (IST)

नई दिल्लीः राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के महानिदेशक एस एन प्रधान ने बुधवार को कहा कि तूफान अम्फान के मद्देनजर राहत और बचाव कार्यों के लिए ओडिशा में मौजूद सभी 20 टीमों को राज्य में तैनात कर दिया गया है, जबकि पश्चिम बंगाल में भी इतनी टीमों को लगाया गया है। प्रधान ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चक्रवात अम्फान से संबंधित स्थिति तेजी से बदल रही है और उस पर करीब से निगाह रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि देशभर से छह बटालियनों से 24 टीमों को किसी भी वक्त तैनात करने के लिए तैयार रखा गया है। 
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प्रधान ने कहा कि टीमों को अब कोविड-19 के खतरे को दिमाग में रखते हुए काम करना होगा और वे पीपीई किटों से लैस हैं। उन्होंने राज्य सरकारों के आंकड़ों के हवाले से कहा कि पश्चिम बंगाल में अब तक पांच लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, वहीं ओडिशा में 1.58 लाख से अधिक लोगों को निकाला गया है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में 20 दलों को लगाया गया है जिनमें एक दल कोलकाता के शहरी इलाकों के लिए है, वहीं एक अन्य को रिजर्व रखा गया है। डीजी ने कहा कि ओडिशा में सभी 20 दलों को तैनात किया गया है और कोई भी रिजर्व नहीं है। एनडीआरएफ के एक दल में करीब 45 कर्मी होते हैं। 
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उन्होंने कहा, ‘‘स्थिति तेजी से बदल रही है। यह एक लंबी कवायद है। तूफान के जाने के साथ ही एनडीआरएफ और अन्य एजेंसियों की जिम्मेदारी खत्म नहीं हो जाती। दरअसल बाद में राहत और बहाली के रूप में काम शुरू होगा।'' प्रधान ने बताया कि ओडिशा में बालासोर में छह, जगतसिंहपुर और भद्रक में चार-चार, केंद्रपाड़ा में तीन और मयूरभंज, जाजपुर एवं पुरी में एक-एक दल को तैनात किया गया है। पश्चिम बंगाल में सर्वाधिक प्रभावित हो सकने वाले जिलों में से दक्षिण 24 परगना में छह दलों को, पूर्वी मिदनापुर में चार और उत्तर 24 परगना तथा राजरहाट में तीन-तीन दलों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि देशभर की छह बटालियनों से 24 दलों को किसी भी वक्त तैनात करने के लिए तैयार रखा गया है। 
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उन्होंने कहा, ‘‘वे तैयार हैं और 15 मिनट के अंदर उन्हें हवाई मार्ग से लाया जा सकता है। उनकी संभवत: तूफान के दौरान जरूरत नहीं हो लेकिन राहत और पुनर्वास प्रक्रिया के दौरान पड़ सकती है।''उन्होंने कहा कि एनडीआरएफ का मुख्यालय और स्थानीय कमांडेंट संबंधित राज्य प्रशासन के साथ समन्वय से काम कर रहे हैं। प्रधान ने कहा, ‘‘सभी टीमों के पास वायरलैस और सेटेलाइट संचार उपकरण हैं। हम किसी संचार प्रणाली पर निर्भर नहीं हैं। हमें महामारी को देखते हुए इस आपदा से निपटना है। कोविड-19 के मद्देनजर सभी टीमें पीपीई से लैस हैं।' 
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Pardeep

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