20 लाख का इनामी मोस्ट वॉन्टेड! कौन है हाशिम मूसा और क्या है Pak Army से उसका कनेक्शन
punjabkesari.in Tuesday, Apr 29, 2025 - 11:06 AM (IST)

नेशनल डेस्क। पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले के पीछे एक खूंखार आतंकी का हाथ सामने आया है जिसकी पहचान हाशिम मूसा के तौर पर हुई है। जम्मू कश्मीर पुलिस ने इस मोस्ट वांटेड आतंकी पर 20 लाख रुपये का भारी इनाम घोषित किया है। भारतीय खुफिया एजेंसियों को हाशिम मूसा के बारे में कई चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं।
खुफिया सूत्रों के अनुसार हाशिम मूसा पाकिस्तानी सेना की स्पेशल फोर्स का पूर्व पैरा कमांडो रह चुका है। वह आधुनिक हथियारों के चलाने में माहिर होने के साथ-साथ कोवर्ट ऑपरेशन और युद्ध कौशल में भी अत्यंत प्रशिक्षित है। एजेंसियों का मानना है कि मूसा खूंखार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के साथ मिलकर काम कर रहा है और वह लश्कर का एक बेहद खतरनाक सदस्य है।
पहलगाम में जिस तरह से सुनियोजित और जघन्य वारदात को अंजाम दिया गया उससे खुफिया एजेंसियां इस बात की आशंका जता रही हैं कि पाकिस्तान की स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) के जरिए मूसा को लश्कर के पहलगाम मिशन को पूरा करने की विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई थी। मूसा एक हाईली ट्रेंड फोर्स का जवान है जो शारीरिक और मानसिक रूप से हर तरह के चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन को अंजाम देने में सक्षम है।
SSG का घातक कमांडो, टेक्नोलॉजी का माहिर
हाशिम मूसा SSG से कमांडो की कड़ी ट्रेनिंग ले चुका है और वह अत्याधुनिक हथियारों को चलाने के साथ-साथ आमने-सामने की लड़ाई में भी बेहद खतरनाक है। इसके अलावा मूसा आधुनिक नेविगेशन सिस्टम को चलाने में भी माहिर है जिसकी वजह से खुफिया एजेंसियों के लिए उसे ट्रैक करना एक बहुत ही मुश्किल काम साबित हो रहा है।
ओवर ग्राउंड वर्कर्स पर शिकंजा, ISI की भूमिका की जांच
मूसा के बैकग्राउंड की गहन जांच के बाद जम्मू कश्मीर पुलिस ने लश्कर के लिए काम करने वाले 10 से भी ज्यादा संदिग्ध ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGW) को हिरासत में लिया है। इन वर्कर्स से पूछताछ में हाशिम मूसा के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिली है। ये OGW स्थानीय स्तर पर आतंकियों के लिए रेकी करते हैं और उन्हें लॉजिस्टिक सपोर्ट मुहैया कराते हैं। खुफिया एजेंसियां पहलगाम हमले और उससे पहले हुए अन्य आतंकी हमलों में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI की भूमिका की भी गहराई से जांच कर रही हैं।
फिलहाल जांच में यह भी सामने आया है कि मूसा कश्मीर में साल 2024 के अक्टूबर महीने में गगनगीर, गंदेरबल में हुए आतंकी हमलों में भी शामिल रहा था जिससे उसकी खतरनाक गतिविधियों का अंदाजा लगाया जा सकता है। अब भारतीय सुरक्षा एजेंसियां इस खूंखार आतंकी को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।