Ahmedabad Plane Crash: एयर इंडिया पर गंभीर आरोप, ब्रिटिश परिवारों को सौंपे गए 12 'गलत शव'; DNA जांच में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
punjabkesari.in Wednesday, Jul 23, 2025 - 05:57 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे के पीड़ितों के शवों को लेकर एक बड़ा और बेहद disturbing खुलासा हुआ है। लंदन में पीड़ित परिवारों का प्रतिनिधित्व कर रहे वकीलों ने दावा किया है कि इस भीषण दुर्घटना में मारे गए 12 ब्रिटिश नागरिकों के शव बदल दिए गए हैं। जब इन शवों की लंदन में दोबारा जांच कराई गई, तो DNA मैच नहीं हुआ, जिससे पता चला कि ये शव किसी और के थे। इस मामले में अभी तक एयर इंडिया की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
क्या है पूरा मामला?
अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था, जिसमें क्रू मेंबरों सहित कुल 269 लोगों की मौत हुई थी। मरने वालों में 52 ब्रिटिश नागरिक भी शामिल थे। हादसा इतना भीषण था कि शवों की शिनाख्त करना भी मुश्किल हो गया था। इसके बाद DNA जांच के ज़रिए शवों की पहचान की गई थी और उन्हें पीड़ित परिवारों तक भेजा गया था।
लेकिन, लंदन में इन शवों की जब दोबारा जांच की गई, तो जांच अधिकारी कोरोनर ने DNA का मिलान किया और यह जानकर सभी हैरान रह गए कि 12 शव किसी दूसरे व्यक्ति के थे। शव बदले जाने की बात सामने आने के बाद कई परिवारों को तो अपने प्रियजनों के अंतिम संस्कार का कार्यक्रम भी रद्द करना पड़ा, जिससे उनकी पीड़ा और बढ़ गई है।
वकील ने बताया 'बड़ी लापरवाही'
हादसे के पीड़ित परिवारों का प्रतिनिधित्व करने वाले वकील जेम्स हीली प्रैट ने डेली मेल से बातचीत में इस खुलासे की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि कम से कम 12 ब्रिटिश नागरिकों के शवों के अवशेष गलत तरीके से वापस भेज दिए गए हैं। हीली ने कहा, "मैं एक महीने से इन ब्रिटिश परिवारों के घरों में बैठा हूँ। ये लोग सिर्फ अपने प्रियजनों के शव वापस चाहते हैं। इनमें से कई लोगों को अभी तक उनके अपनों के शवों के अवशेष नहीं मिल सके हैं, कुछ लोगों को शव मिले भी हैं लेकिन वे उनके अपनों के हैं ही नहीं।" जेम्स ने इसे "एक बड़ी लापरवाही" बताया और कहा कि इन परिवारों को इसका स्पष्टीकरण मिलना ही चाहिए।
कैसे हुआ खुलासा और आगे क्या?
ब्रिटिश परिवारों तक गलत शव पहुँचने का खुलासा तब हुआ जब पश्चिमी लंदन के वरिष्ठ कोरोनर डॉ. फियोना विलकॉक्स ने उनके परिवारों से प्राप्त DNA से मिलान करके उनकी पहचान सत्यापित करने का प्रयास किया। वकील हीली के मुताबिक, इस जांच में यह भयावह खुलासा हुआ कि शव गलत हैं। अब सवाल यह उठता है कि अगर यह इन परिवारों के रिश्तेदार नहीं हैं, तो अवशेष किसके हैं और कहीं ऐसा तो नहीं कि यह गलती बहुत बड़े पैमाने पर हुई है।
एक अन्य चौंकाने वाला मामला भी सामने आया है, जहाँ बताया गया है कि एक से अधिक व्यक्तियों के शवों के अवशेष एक ही ताबूत में रखे गए थे, और अंतिम संस्कार से पहले इन्हें अलग करना पड़ा था। जिन शवों की पहचान हो गई थी, उनमें से कई को उनके धर्म के हिसाब से दफना दिया गया है। विशेषज्ञों के मुताबिक, विमान इमारत से टकराने के बाद आग का गोला बन गया था जिसका तापमान 1500 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया था, जिससे शव पूरी तरह जल गए थे। डीएनए जांच के बाद कई परिवारों को उनके अपनों के शव प्लास्टिक के कंटेनर में मिले थे।