भारत की अध्यक्षता में हुई G-20 की 100वीं बैठक, हासिल की यह बड़ी उपलब्धि

punjabkesari.in Monday, Apr 17, 2023 - 04:02 PM (IST)

नेशनल डेस्कः भारत जी20 की अपनी अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए सोमवार को इस समूह की 100वीं बैठक की मेजबानी कर रहा है। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय के बयान के अनुसार, अब तक, 28 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 41 शहरों में जी20 की 100 बैठकें आयोजित की जा चुकी हैं।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता में समूह के नेताओं का शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। बयान के अनुसार, इस शिखर बैठक से पहले की तैयारियों को लेकर भारत द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों के दौरान समावेशी, महत्वाकांक्षी, कार्य-उन्मुख और निर्णायक एजेंडे के लिए जी20 सदस्य राष्ट्रों तथा अतिथि देशों से इसे व्यापक समर्थन प्राप्त हुआ है।

भारत ने पिछले वर्ष एक दिसंबर को जी20 समूह की अध्यक्षता ग्रहण की थी और सोमवार को इस समूह की वाराणसी में मुख्य कृषि वैज्ञानिकों की बैठक आयोजित हुई। यह भारत की अध्यक्षता में समूह की 100वीं बैठक है। इसमें कहा गया है कि सोमवार को ही गोवा में दूसरे स्वास्थ्य कार्य समूह की बैठक, हैदराबाद में डिजिटल अर्थव्यवस्था पर दूसरे कार्य समूह की बैठक और शिलांग में अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था पर नेताओं की बैठक आयोजित की जा रही है। मंत्रालय ने बताया कि 16 नवंबर, 2022 को जी20 बाली शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जी20 की अध्यक्षता सौंपी गई थी।

अध्यक्षता सौंपे जाने के बाद, भारत की साल भर चलने वाली जी20 अध्यक्षता 1 दिसंबर, 2022 को शुरू हुई और यह 30 नवंबर, 2023 तक जारी रहेगी। जी20 समूह में 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल है। इस समूह के 19 देशों में अर्जेंटीना, आस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इटली, इंडोनिशिया, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन और अमेरिका शामिल हैं। जी20 समूह वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का करीब 85 प्रतिशत और वैश्विक काराबार का 75 प्रतिशत से अधिक हिस्से का प्रतिनिधित्व करता है। इस समूह में दुनिया की दो तिहाई आबादी आती है।

विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत की जी20 अध्यक्षता के दौरान व्यक्तिगत रूप से भागीदारी अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी में से एक है । इसमें अब तक 110 से अधिक राष्ट्रीयता वाले 12,300 से अधिक प्रतिनिधियों ने जी20 से संबंधित बैठकों में भाग लिया है। इसमें जी20 सदस्यों, 9 आमंत्रित देशों और 14 अंतरराष्ट्रीय संगठनों की भागीदारी शामिल है। बयान के अनुसार, भारत की अध्यक्षता के दौरान, देश भर में लगभग 60 शहरों में जी20 से संबंधित 200 से अधिक बैठकों के लिए विदेशी प्रतिनिधियों की मेजबानी की जाएगी।

मंत्रालय ने बताया कि सभी 13 शेरपा निगरानी कार्य समूह, 8 वित्तीय कार्य समूह, 11 सम्पर्क समूहों आदि ने ठोस बातचीत शुरू की है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि हमारी जी20 अध्यक्षता के दौरान आपदा जोखिम न्यूनीकरण (डीआरआर) पर एक नया कार्य समूह, एक नया सम्पर्क समूह "स्टार्टअप 20" और एक नई पहल के रूप में मुख्य विज्ञान सलाहकार गोलमेज सम्मेलन (सीएसएआर) का संचालन किया गया है। बयान के अनुसार, जी20 समूह की अब तक तीन मंत्रिस्तरीय बैठकें हो चुकी हैं। वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की पहली बैठक 24-25 फरवरी को बेंगलुरु में आयोजित की गई और जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक 1-2 मार्च को नई दिल्ली में आयोजित की गई।

वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की दूसरी बैठक 12-13 अप्रैल को वाशिंगटन डीसी में आयोजित की गई। दो शेरपा बैठकें उदयपुर (4-7 दिसंबर 2022) और कुमारकोम (30 मार्च - 2 अप्रैल 2023) में आयोजित की गई हैं। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में जनवरी 2023 को आयोजित ‘वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ' शिखर सम्मेलन में 125 देशों ने भाग लिया, जिसमें 18 देश / सरकार के प्रमुख और अन्य मंत्री स्तर के प्रतिनिधि शामिल थे। भारत की जी20 की अध्यक्षता का ध्येय वाक्य - "वसुधैव कुटुम्बकम" है। जी 20 लोगो को भारत के राष्ट्रीय ध्वज के रंगों में डिजाइन किया गया।


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Content Writer

Yaspal

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