मुद्रास्फीति में वृद्धि संरचनात्मक नहीं, अगले जून से शुरू होगी ब्याज दर में बढ़ोतरी: रिपोर्ट

punjabkesari.in Thursday, Aug 05, 2021 - 08:48 PM (IST)

मुंबई, पांच अगस्त (भाषा) ब्रोकरेज कंपनी यूबीएस सिक्योरिटीज इंडिया ने कहा है कि खुदरा मुद्रास्फीति में हालिया वृद्धि संरचनात्मक नहीं है, बल्कि आपूर्ति पक्ष द्वारा संचालित है और इसलिए संभव है कि ये अस्थायी है।
इसके साथ ही विदेशी ब्रोकरेज फर्म ने अपनी रिपोर्ट ने अनुमान लगाया कि कम ब्याज दर की स्थिति कम से कम अगले जून तक जारी रहेगी।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा शुक्रवार को अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा के परिणाम घोषित करने से एक दिन पहले यह मूल्यांकन सामने आया है।

मोटेतौर पर विशेषज्ञों का मानना है कि केंद्रीय बैंक इस बार की समीक्षा में प्रमुख दरों में यथास्थिति बनाए रखेगा। हालांकि उपभोक्ता कीमतों पर आधारित मुद्रास्फीति (सीपीआई) छह प्रतिशत से ऊपर बनी हुई है और कच्चा तेल 70 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया है।
यूबीएस सिक्योरिटीज इंडिया की अर्थशास्त्री तनवी गुप्ता जैन ने गुरुवार को एक रिपोर्ट में कहा, ‘‘हमें लगता है कि ऊंची मुद्रास्फीति एक संरचनात्मक मुद्दा है। हम उम्मीद करते हैं कि पिछले कुछ महीनों में खुदरा मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी अस्थायी है और आपूर्ति पक्ष द्वारा संचालित है।’’
उन्होंने कहा कि हालांकि वित्त वर्ष 2021-22 में औसत सीपीआई मुद्रास्फीति 5.5 प्रतिशत और मुख्य मुद्रास्फीति छह प्रतिशत से अधिक रहेगी, लेकिन वित्त वर्ष 2022-23 से इसमें गिरावट दिखाई देने लगेगी।



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PTI News Agency

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