एथनॉल उत्पादन क्षमता बढ़ने से वर्ष 2023 तक चीनी मिलों की साख में हो सकता है सुधार: रिपोर्ट

punjabkesari.in Tuesday, Jul 20, 2021 - 10:20 PM (IST)

मुंबई, 20 जुलाई (भाषा) चीनी मिलों की डिस्टिलरी क्षमता और साथ ही भंडारण स्थिति में सुधार के चलते एथनॉल की आपूर्ति बढ़ने से एकीकृत चीनी मिलों की साख स्थिति में वर्ष 2022-23 तक सुधार आने की संभावना है। एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
इक्रा के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और समूह प्रमुख सब्यसाची मजुमदार ने कहा कि एथनॉल मिश्रित पेट्रोल-ईबीपी20 की दिशा में कदम बढ़ने के साथ-साथ एथनॉल का लाभकारी मूल्य निर्धारण, अंतरराज्यीय आवाजाही को सुगम बनाने के लिए नियमों को आसान बनाने और तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) द्वारा अपेक्षाकृत आसान खरीद प्रक्रियाओं जैसी अनुकूल नीतियों से बड़ी चीनी मिलें अपनी डिस्टिलरी क्षमता बढ़ाने को उत्साहित हुई हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इसके परिणामस्वरूप एथनॉल आपूर्ति बढ़ना चीनी मिलों की साख स्थिति में सुधार के लिये बेहतर होगा। इससे मिलों में स्टॉक मात्रा में कमी आने की उम्मीद है और मिलों की कर्ज और ब्याज लागत में कमी आयेगी। इससे वित्त वर्ष 2022-23 से चीनी मिलों की साख स्थिति में अर्थपरक सुधार आने की संभावना है।’’ इक्रा की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी वर्ष 2021 में घरेलू चीनी उत्पादन 12.7 प्रतिशत बढ़कर 3.09 करोड़ टन होने की उम्मीद है जो कि खपत से लगभग 49 लाख टन अधिक होगा।
इसमें कहा गया है कि प्रोत्साहन और अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी की कीमतों में वृद्धि के चलते चीनी का निर्यात लगभग 70 लाख टन तक पहुंचने की उम्मीद है।
इक्रा के मुताबिक इस लिहाज से 30 सितंबर, 2021 को चालू चीनी वर्ष की समाप्ति पर चीनी का बचा स्टॉक लगभग 86 लाख टन रहने का अनुमान है। जो कि एक साल पहले 30 सितंबर, 2020 के स्तर से 21 लाख टन कम होगा। यह स्तर भी 60-65 लाख टन के मानक चीनी स्टॉक के मुकाबले अधिक होगा।
इसमें कहा गया है कि इथेनॉल के लिए अधिक डायवर्जन पहले से ही पिछले तीन वर्षों से उद्योग के लिए आय और परिचालन लाभ वृद्धि में सकारात्मक रूप से परिलक्षित होना शुरू हो गया है, इसका प्रभाव वित्तवर्ष 2023 से बढ़ सकता है क्योंकि बढ़ी हुई डिस्टिलरी क्षमता परिणाम देना शुरू कर देंगी।
इसमें कहा गया है कि चालू वित्तवर्ष में, चीनी कंपनियों का राजस्व और परिचालन लाभ वित्तवर्ष 2021 के समान स्तर पर रहने की संभावना है। बहरहाल, एथनाल का उत्पादन बढ़ने का असर पिछले तीन साल के दौरान चीनी मिलों के राजस्व और परिचालन मुनाफे में दिखना शुरू हो गया है और वित्त वर्ष 2022- 23 से इसमें और सुधार आयेगा। तब डिस्टलरी की बढ़ी क्षमता का परिणाम स्पष्ट तौर पर दिखने लगेगा।
इक्रा के उपाध्यक्ष और सेक्टर प्रमुख अनुपमा अरोड़ा ने कहा कि अनुकूल नीतिगत माहौल से एथनॉल की आपूर्ति में तेजी आई है। हालांकि, उन्होंने कहा कि कुछ मुद्दों को अभी भी देखा जाना बाकी है इनमें विपणन बुनियादी ढांचे में सुधार, देश के सभी हिस्सों में एथेनॉल की उपलब्धता जैसे मुद्दे शामिल हैं।


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PTI News Agency

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