बच्ची के इलाज में कोई लापरवाही नहीं, नहीं वसूला अधिक बिल : फोर्टिस

punjabkesari.in Tuesday, Nov 21, 2017 - 10:39 PM (IST)

नई दिल्ली: डेंगू से जान गंवाने वाली सात साल की बच्ची के परिवार से भारी-भरकम बिल वसूलने के आरोपों पर सफाई दी है। गुडग़ांव के फोर्टिस अस्पताल ने कहा कि बच्ची की देखभाल में कोई चिकित्सकीय लापरवाही नहीं बरती गई। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि अधिक बिल नहीं वसूला गया और हर कदम पर बच्ची के परिवार को उसकी गंभीर हालत के बारे में तथा बिल के बारे में रोजाना जानकारी दी गई।

अस्पताल पर लगे हैं 18 लाख रुपए बिल वसूलने के आरोप
मामला सात साल की बच्ची को डेंगू के उपचार के लिए फोर्टिस, गुडग़ांव में भर्ती कराने से जुड़ा है जिसमें 15 दिन के इलाज के बाद बच्ची की मौत हो गई थी और अस्पताल पर 18 लाख रुपए बिल वसूलने के आरोप लगे हैं। इससे पहले इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आग्रह के बाद हरियाणा सरकार ने गुडग़ांव के फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टीट्यूट  के खिलाफ मंगलवार को जांच का आदेश दे दिया।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने भी मांगी अस्पताल से रिपोर्ट
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने भी कहा कि अस्पताल से रिपोर्ट मांगी गई है जिसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी। उसके बाद अस्पताल ने अपने बयान में कहा, ‘‘हम दु:खी माता-पिता और रिश्तेदारों की चिंता को समझते हैं लेकिन सभी लोगों को और बच्ची के परिवार को विश्वास दिलाना चाहेंगे कि बच्ची की देखभाल में कोई चिकित्सकीय लापरवाही नहीं बरती गयी या अधिक बिल नहीं वसूला गया। इस बारे में सोशल मीडिया पर गलत तरह से जानकारी दी जा रही है।

बच्ची के उपचार के दौरान सभी चिकित्सा प्रोटोकालों को अपनाया गया: फोर्टिस
रोगी के उपचार में सभी मानक चिकित्सा प्रोटोकॉलों को अपनाया गया और सभी क्लीनिकल दिशानिर्देशों का पालन किया गया।’’ फोर्टिस के बयान के अनुसार, ‘‘हर कदम पर बच्ची के परिवार को उसकी गंभीर अवस्था की जानकारी दी जाती रही।’’ इसमें कहा गया कि अस्पताल छोड़ते समय परिवार को 20 से अधिक पन्नों का बिल सौंपा गया।

अस्पताल में रहने के दौरान परिवार को रोजाना बिल की जानकारी दी गई। बच्ची को 31 अगस्त को गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 14 सितंबर को उसके परिवार ने ब‘ची को वहां से ले जाने का फैसला किया। 


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