बारह घंटे से भी कम समय में चार रेल दुर्घटनाएं

punjabkesari.in Friday, Nov 24, 2017 - 06:17 PM (IST)

नई दिल्ली: बारह घंटे से भी कम समय में चार ट्रेन दुर्घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गई और कम से कम 11 लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने आज यह जानकारी दी। तीन दुर्घटनाएं उत्तरप्रदेश में और एक ओडिशा में हुई। पटरी से उतरने की दो घटनाओं में एक में उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जिले में आज तड़के तीन लोगों की मौत हो गई।

एक घटना में इंजन डिब्बे से अलग हो गया और दूसरी में ट्रेन मानवरहित क्रॉसिंग पर गाड़ी से टकरा गई। हादसे का सिलसिला कल शाम सात बजकर 19 मिनट से शुरू हुआ जब उत्तरप्रदेश में अमेठी के निकट मानव रहित क्रॉसिंग पर एक स्थानीय ट्रेन बोलेरो गाड़ी से टकरा गई। इस घटना में चार लोगों की मौत हुई और दो लोग घायल हो गए।

एक अधिकारी ने बताया कि मुसाफिरखाना थाना अंतर्गत माठा भुसुंडा गांव में विवाह समारोह में जा रहे लोगों की गाड़ी ट्रेन से टकरा गई। इसके बाद, अलसुबह चार बजकर 18 मिनट पर उत्तर प्रदेश में मानिकपुर रेलवे स्टेशन के निकट आज तड़के एक एक्सप्रेस ट्रेन के 1& डिब्बे पटरी से उतर गए।

हादसे में छह साल के ब‘चे और उसके पिता सहित तीन लोगों की मौत हो गई जबकि नौ अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने बताया कि गोवा से पटना जा रही 12741 वास्को डि गामा एक्सप्रेस सुबह चार बजकर 18 मिनट पर चित्रकूट जिले में मानिकपुर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या—2 से होकर गुजरी। कुछ ही दूर जाने पर ट्रेन के 1& डिब्बे पटरी से उतर गए। माणिकपुर में ट्रेन के पटरी से उतरने के दो घंटे के भीतर ही ओडिशा में आज सुबह गोरखनाथ और रघुनाथपुर के बीच पारादीप-कटक मालगाड़ी पटरी से उतर गई।

अधिकारियों ने बताया कि घटना सुबह करीब पांच बजकर 55 मिनट पर हुई थी। पूर्वी तटीय रेलवे के प्रवक्ता जे पी मिश्रा ने बताया कि घटना में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि मालगाड़ी पारादीप से कोयला ले कर कटक जा रही थी कि तभी कटक से 45 किलोमीटर और पारादीप से &8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बनबिहारी ग्वालिपुर पीएच रेलवे स्टेशन के निकट डाउन लाइन पर मालगाड़ी के करीब 14 खुले डिब्बे पटरी से उतर गए।

चौथी घटना में, जम्मू-पटना अर्चना एक्सप्रेस का इंजन उत्तरप्रदेश में सहारनपुर के निकट ट्रेन से अलग हो गया। यह दो बार हुआ। इंजन रात में दो बजकर 35 मिनट पर अलग हो गया और इसे जोड़कर तीन बजकर 17 मिनट पर रवाना किया गया। हालांकि, इंजन और पहला कोच (पहले की तरह) सुबह पांच बजकर 25 मिनट पर अलग हो गया और सुबह छह बजकर पांच मिनट पर इसे जोड़ा गया।

उत्तर मध्य रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘कर्मचारियों और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा फिर से जांच कर फैसला किया गया कि ट्रेन में नया इंजन लगाया जाना चाहिए ताकि ऐसी समस्या फिर ना हो। ’’ आखिरकार, सारी सुरक्षा मंजूरी मिलने के बाद सुबह सात बजकर 25 मिनट पर ट्रेन रवाना हुई। अधिकारी ने बताया कि घटना के कारण कुछ मेल एक्सप्रेस ट्रेनों और माल गाड़ी के परिचालन में देरी हुई।  
 


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