जम्मू कश्मीर: 1965 के युद्ध में भारतीय फौज ने पाकिस्तान के कुछ हिस्सों पर कर लिया था कब्जा

punjabkesari.in Tuesday, Sep 01, 2015 - 12:26 PM (IST)



जम्मू कश्मीर (मुकेश): 1965  का युद्ध पाकिस्तान  कभी नहीं भूल सकता। भारत के हाथों उसने अपने कई हिस्सों को खोया था।  अब भले ही वो कितनी भी शेखी बगारे लेकिन उस युद्ध की यादें उसे हमेशा एहसास दिलाती रहेंगी कि वो क्या है।  सेना की 162 ब्रिगेड की तरफ  से वर्ष 1965 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुये युद्ध जिसमें भारत ने विजय हासिल की थी के 50 वर्ष पूरे होने पर स्कास्ट च_ा स्थित आडिटोरियम में कार्यक्रम का आयोजन किया किया गया, 162 ब्रिगेड के ब्रिगेडियर एस.के एक चौहान मुख्यअतिथि के रूप में मौजूद थे, जिन्होंने भारत-पाक युद्ध के दौरान 162 ब्रिग्रेड की भूमिका के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि वर्ष 1965 में पाकिस्तान ने भारत पर कश्मीर को हथियाने के लिये हमला किया था, तब पाकिस्तान को चीन व अमेरिका से भी मदद मिली थी, उस समय पाकिस्तान ने अमेरिका से बढिय़ा टैंकों की भी खरीदारी की थी, पाकिस्तान की सोच थी कि वर्ष 1962 में भारत ने चीन के साथ युद्ध लड़ा है जिस कारण भारत आर्थिक, राजनीतिक तौर पर कमजोर है ऐसे में अगर भारत पर हमला किया जाता है तो फतेह हासिल की जा सकती है लेकिन पाकिस्तान की यह सोच उसी पर ही भारी पड़ी और उसे मुंह की खानी पड़ी। उस समय सेना की 1 सिखलाई, 6 व 7 जाट युनिट ने पाकिस्तान के हिस्सों पर कब्जा कर लिया और पाकिस्तान की सेना को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। भारतीय फौज ने सियालकोट पर कब्जा कर लिया था, इस दौरान भारत ने कई पाकिस्तानी सैनिकों को बंधी भी बना लिया, इसमें खास बात यह है कि भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान में लगे मील पत्थर को अपने साथ ले आये, उन्होंने कहा कि पाकिस्तान अखनूर पुल पर भी कब्जा करना चाहता था लेकिन भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तान की हरेक नापाक हरकत को कामयाब नहीं होने दिया, उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान की किसी भी हमले से निपटने के लिये तैयार हैं, हमारे सैनिक पूरी तरह से सशक्त हैं और उनका मनोबल काफी ऊंचा है। इस मौके पर  युद्ध पर अधारित प्रदर्शनी भी लगाई गई थाी। इस मौके पर ले. दिनेश सहित आदि लोगों ने भी अपने विचार प्रकट किये।

 


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