ज़ेलेंस्की ने चीन से मांगी मदद, कहा- "रूस में उत्तर कोरियाई सैनिकों की तैनाती रोको, वे निर्दोष बेवजह मारे जा रहे"
punjabkesari.in Sunday, Dec 29, 2024 - 03:56 PM (IST)
International Desk: रूस-यूक्रेन युद्ध में उत्तर कोरियाई सैनिकों को लेकर एक नई बुरी खबर सामने आई है। दक्षिण कोरिया की जासूस एजेंसी ने दावा किया है कि यूक्रेनी सैनिकों ने एक उत्तर कोरियाई सैनिक को बंदी बना लिया है, जबकि इससे पहले राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने यह भी दावा किया था कि इस युद्ध में हजारों उत्तर कोरियाई सैनिक मारे गए हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, रूस की ओर से लड़ रहे उत्तर कोरियाई सैनिकों को इस युद्ध में भारी नुकसान उठाना पड़ा है। दक्षिण कोरियाई जासूस एजेंसी के मुताबिक, युद्ध के दौरान सैकड़ों सैनिक मारे गए हैं, और कई घायल सैनिकों को यूक्रेनी सेना ने बंदी बना लिया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने चीन से अपील की है कि वह उत्तर कोरिया पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करे और उत्तर कोरियाई सैनिकों की तैनाती को रोकने में मदद करें।
🚨🇺🇦🇨🇳ZELENSKY PLEADS FOR CHINA'S HELP TO STOP NORTH KOREAN TROOPS
— Mario Nawfal (@MarioNawfal) December 28, 2024
He demanded China rein in North Korea to stop them sending soldiers to fight alongside Russian forces in Ukraine:
“The Korean nation should not lose its people in the battles in Europe.
And this can be… pic.twitter.com/LsVxuIRVV1
उन्होंने 27 दिसंबर को अपने शाम के संबोधन में कहा कि उत्तर कोरियाई सैनिकों ने अब तक भारी नुकसान उठाया है और रूस की सेना द्वारा भेजे गए हमलों में उनकी स्थिति बेहद खराब हो गई है। ज़ेलेंस्की ने कहा, “उत्तर कोरियाई सैनिकों को बहुत अधिक नुकसान हुआ है, और रूस और उत्तर कोरिया के पर्यवेक्षकों को अपने अस्तित्व में कोई दिलचस्पी नहीं है।” उन्होंने यह भी बताया कि कई रिपोर्टों के अनुसार, उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूसी सेना द्वारा कमजोर स्थिति में हमलों में भेजा जा रहा है, और कभी-कभी उन्हें उनके अपने ही सैनिकों द्वारा मारा जा रहा है। ज़ेलेंस्की ने इस स्थिति को “तानाशाही में होने वाले पागलपन की अभिव्यक्ति” के रूप में वर्णित किया और चीन से निवेदन किया कि वह उत्तर कोरिया पर उचित दबाव डाले।
ये भी पढ़ेंः- रेलवे क्रॉसिंग पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी से टकराई तेज रफ्तार यात्री ट्रेन, उड़ गए परखच्चे (Video)
उन्होंने कहा, “कोरियाई लोगों को यूरोप में अपने नागरिकों को खोने का कोई कारण नहीं होना चाहिए। खासकर जब यह उनके पड़ोसियों, विशेष रूप से चीन द्वारा प्रभावित हो सकता है। यदि चीन अपने बयानों में युद्ध के विस्तार को रोकने की बात करता है, तो प्योंगयांग पर उचित प्रभाव डालना आवश्यक है।” बता दें कि चीन और रूस के रिश्ते यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध के बाद से और भी मजबूत हुए हैं। हालांकि, बीजिंग ने रूस के युद्ध प्रयासों में मदद करने के आरोपों को खारिज किया है। 2022 में यूक्रेन पर हमले के बाद, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दो बार चीन का दौरा कर चुके हैं – पहला यूक्रेन पर हमले से कुछ दिन पहले और दूसरा मई 2024 में। इसके अलावा, बीजिंग ने खुद को मध्यस्थ के रूप में पेश किया है, और यूरोप में शटल कूटनीति के जरिए कई दौर की बातचीत में शामिल हो चुका है।
ये भी पढ़ेंः-पाकिस्तान में आत्मघाती कार बम ब्लास्ट में 3 सुरक्षाकर्मी घायल, गोलीबारी में एक पाकिस्तानी सैनिक की मौत
उत्तर कोरियाई सैनिकों के रूस-यूक्रेन संघर्ष में शामिल होने की खबरें तब सामने आई थीं जब यह दावा किया गया था कि किम जोंग उन के सैनिकों ने एक गांव पर हमला किया था और दो घंटे के भीतर 300 से अधिक यूक्रेनी सैनिकों को मार डाला। लेकिन अब रिपोर्ट्स से यह सामने आया है कि उत्तर कोरियाई सैनिकों को भी भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। उत्तर कोरियाई सैनिकों के रूस-यूक्रेन संघर्ष में शामिल होने की खबरें तब सामने आई थीं ज रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उत्तर कोरिया का दौरा किया था, जिसके बाद किम जोंग उन ने अपने सैनिकों को यूक्रेनी युद्ध में भेजने का फैसला किया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब 11,000 उत्तर कोरियाई सैनिक रूस की मदद कर रहे हैं। कुछ दिन पहले, राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने भी दावा किया था कि उत्तर कोरिया को युद्ध में हजारों सैनिकों का नुकसान हो चुका है।