अमेरिका और इंडोनेशिया के बीच ऐतिहासिक व्यापार समझौता, इन क्षेत्रों में बड़े निवेश की घोषणा
punjabkesari.in Wednesday, Jul 16, 2025 - 12:04 AM (IST)

वाशिंगटन/जकार्ताः अमेरिका और इंडोनेशिया के बीच एक ऐतिहासिक व्यापार समझौते पर मुहर लगी है। इस समझौते को अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा “अब तक का सबसे व्यापक और संतुलित द्विपक्षीय व्यापार करार” बताया गया है। मंगलवार सुबह अमेरिकी राष्ट्रपति और इंडोनेशिया के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो के बीच फोन पर हुई बातचीत के बाद यह डील फाइनल की गई।
समझौते के मुख्य बिंदु:
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$15 अरब डॉलर की अमेरिकी ऊर्जा खरीद: इंडोनेशिया अब अमेरिका से एलएनजी, प्राकृतिक गैस, और अन्य ऊर्जा उत्पाद आयात करेगा।
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$4.5 अरब डॉलर के अमेरिकी कृषि उत्पाद: गेहूं, सोयाबीन और अन्य अनाज की इंडोनेशियाई बाजार में बड़ी मांग को पूरा किया जाएगा।
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50 से अधिक बोइंग विमान (Boeing Jets) की खरीद: इंडोनेशियाई विमानन कंपनियां अमेरिका से 50 से अधिक विमानों का ऑर्डर देंगी, जिनमें बोइंग 777 जैसे उन्नत विमान शामिल हैं।
अमेरिकी किसानों और मछुआरों के लिए बड़ा अवसर:
इस समझौते के बाद पहली बार अमेरिकी किसानों, पशुपालकों और मछुआरों को इंडोनेशिया के 280 मिलियन से अधिक की आबादी वाले बाजार में प्रत्यक्ष और बिना किसी टैरिफ के प्रवेश मिलेगा। इससे अमेरिका के ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार और उत्पादन को बड़ा बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
टैरिफ और व्यापार संतुलन:
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इंडोनेशिया अमेरिका को निर्यात की जाने वाली सभी वस्तुओं पर 19% टैरिफ देगा।
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जबकि अमेरिका से इंडोनेशिया को भेजे जाने वाले उत्पाद पूरी तरह टैरिफ-मुक्त और बिना गैर-टैरिफ अड़चनों के होंगे।
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यदि किसी ऐसे देश से इंडोनेशिया ट्रांसशिपमेंट करता है, जिस पर अधिक टैरिफ लगता है, तो वह टैरिफ इंडोनेशिया द्वारा चुकाए गए शुल्क में जोड़ दिया जाएगा।
रणनीतिक और वैश्विक महत्व:
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इस समझौते को अमेरिका की इंडो-पैसिफिक रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जा रहा है।
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यह चीन की क्षेत्रीय बढ़त को संतुलित करने की दिशा में भी अहम कदम है, क्योंकि इंडोनेशिया, दक्षिण-पूर्व एशिया में एक प्रमुख शक्ति है।
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विशेषज्ञों के अनुसार, यह डील अमेरिकी व्यापार घाटे को संतुलित करने, अमेरिकी विनिर्माण को बढ़ावा देने, और भारत-प्रशांत क्षेत्र में मजबूत साझेदारी बनाने में मदद करेगी।