यमन हमले पर UAE का कड़ा रिएक्शन, सऊदी के बयान पर जताई आपत्ति, कहा-हथियार भेजने के दावे झूठे

punjabkesari.in Tuesday, Dec 30, 2025 - 08:50 PM (IST)

International Desk: संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने यमन में जारी घटनाक्रम को लेकर सऊदी अरब द्वारा जारी बयान पर गंभीर चिंता जताई है और उसमें UAE की भूमिका से जुड़े “मौलिक रूप से गलत तथ्यों” को सिरे से खारिज किया है। UAE ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यमनी पक्षों के बीच तनाव भड़काने या किसी भी सैन्य कार्रवाई के लिए दबाव डालने के आरोप पूरी तरह निराधार हैं। साथ ही यह भी कहा गया कि UAE ने कभी ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया, जिससे सऊदी अरब की सुरक्षा या उसकी सीमाओं को खतरा पहुंचे।  विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया कि UAE सऊदी अरब की सुरक्षा, संप्रभुता और राष्ट्रीय हितों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है और क्षेत्रीय स्थिरता को नुकसान पहुंचाने वाली किसी भी कार्रवाई को अस्वीकार करता है।

 

UAE ने दोहराया कि हद्रमौत और अल-महराह प्रांतों में हालात बिगड़ने के बाद से उसका रुख तनाव कम करने, नागरिकों की सुरक्षा और समझौते को बढ़ावा देने पर केंद्रित रहा है, और यह सब सऊदी अरब के साथ पूर्ण समन्वय में किया गया। मुकल्ला बंदरगाह पर सैन्य कार्रवाई को लेकर गठबंधन बलों के प्रवक्ता के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए UAE ने कहा कि यह बयान गठबंधन के सदस्य देशों से परामर्श किए बिना जारी किया गया। मंत्रालय ने साफ किया कि संबंधित खेप में कोई हथियार नहीं थे, और जो वाहन उतारे गए थे, वे यमन के किसी भी पक्ष के लिए नहीं बल्कि यमन में तैनात UAE बलों के उपयोग के लिए थे। UAE ने कहा कि इन वाहनों को लेकर सऊदी अरब के साथ उच्चस्तरीय समन्वय और यह सहमति थी कि वाहन बंदरगाह से बाहर नहीं जाएंगे, इसके बावजूद मुकल्ला बंदरगाह पर उन्हें निशाना बनाया जाना हैरान करने वाला है।

 

विदेश मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि UAE की यमन में मौजूदगी वैध यमनी सरकार के अनुरोध पर और सऊदी नेतृत्व वाले अरब गठबंधन के ढांचे के तहत है, जिसका उद्देश्य वैध शासन की बहाली और आतंकवाद से मुकाबला करना है। UAE ने चेताया कि मौजूदा हालात में अल-कायदा, हूती विद्रोहियों और मुस्लिम ब्रदरहुड जैसे आतंकी संगठनों से गंभीर खतरा बना हुआ है, ऐसे में संयम, समझदारी और उच्चस्तरीय समन्वय की सबसे अधिक आवश्यकता है। अंत में UAE ने कहा कि यमन संकट से जुड़े हालिया घटनाक्रमों से जिम्मेदारी के साथ निपटना होगा, ताकि हालात और न बिगड़ें, क्षेत्रीय सुरक्षा बनी रहे और राजनीतिक समाधान के जरिए यमन संकट का अंत हो सके।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Tanuja

Related News