भारत के दो दोस्तों में छिड़ा खूनी संघर्ष, 33 लोगों की मौत से मचा हाहाकार, हर जगह पसरा मातम

punjabkesari.in Saturday, Jul 26, 2025 - 10:54 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क। थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा विवाद पर शुरू हुई जंग आज तीसरे दिन भी जारी है। दोनों देशों के सैनिक एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं जिससे सीमावर्ती इलाकों में तनाव बरकरार है। इस संघर्ष में अब तक कुल 33 लोगों की जान जा चुकी है जबकि करीब 130 लोग घायल हुए हैं।

जान-माल का नुकसान: थाईलैंड और कंबोडिया में हालात

इस युद्ध ने दोनों देशों में भारी जान-माल का नुकसान किया है:

➤ थाईलैंड: थाईलैंड में अब तक 20 लोगों की मौत हुई है जिनमें 1 सैनिक और 19 नागरिक शामिल हैं।

➤ कंबोडिया: कंबोडिया में अब तक 13 लोगों ने अपनी जान गंवाई है जिनमें 5 सैनिक और 8 नागरिक शामिल हैं।

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लाखों लोग हुए विस्थापित

संघर्ष के कारण बड़ी संख्या में लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है। थाईलैंड में सीमा के पास के इलाकों में रह रहे करीब 1.3 लाख (1 लाख 30 हज़ार) लोग अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। इन विस्थापितों के लिए 300 से ज़्यादा शेल्टर्स की व्यवस्था की गई है। वहीं कंबोडिया के भी करीब 35,000 लोगों को सीमा के पास अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर भागना पड़ा है।

कंबोडिया ने की संघर्ष विराम की मांग

जंग को बढ़ता देख अब कंबोडिया ने संघर्ष विराम (सीज़फायर) की मांग उठाई है। यूनाइटेड नेशन्स (UN) में कंबोडिया के प्रतिनिधि ने तुरंत सीज़फायर को बेहद ही ज़रूरी बताया है। यह उल्लेखनीय है कि थाईलैंड की सेना ने पहले ही कंबोडिया की सेना से बातचीत के ज़रिए तनाव कम करने की कोशिश की थी लेकिन बात नहीं बनने पर जंग जारी रही।

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सैन्य ताकत में अंतर: कंबोडिया की चिंता

कंबोडिया की संघर्ष विराम की मांग के पीछे एक बड़ा कारण सैन्य ताकत में अंतर है। कंबोडिया को अच्छी तरह से पता है कि थाईलैंड की सैन्य ताकत उसकी अपनी सेना से काफी ज़्यादा है और अगर संघर्ष विराम नहीं हुआ तो जंग बढ़ती ही जाएगी जिससे उसे अधिक नुकसान उठाना पड़ सकता है।

फिलहाल अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नज़रें इस संघर्ष पर टिकी हुई हैं और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही दोनों देशों के बीच तनाव कम होगा और स्थिति सामान्य होगी।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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