काबुल के एजुकेशन सेंटर में विस्फोट के विरोध में अफगान महिलाओं ने किया प्रदर्शन

Tuesday, Oct 04, 2022 - 02:16 PM (IST)

काबुलः अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के एजुकेशन सेंटर में आत्मघाती बम विस्फोट में 53 छात्रों की मौत के विरोध में महिला छात्रों ने पश्चिमी अफगानिस्तान के हेरात में रविवार को रैलियां निकाली और रोष प्रदर्शन किया। उन्होंने हेरात विश्वविद्यालय से प्रांतीय गवर्नर के कार्यालय तक मार्च किया और ‘नरसंहार बंद करो’ और ‘शिक्षा हमारा अधिकार है’ नारे लगाए। इस दौरान तालिबानियों ने महिलाओं को रोककर तितर-बितर कर समूह को गवर्नर के कार्यालय में प्रवेश करने से रोका। शनिवार को काबुल में विस्फोट से बच गई युवतियों समेत अन्य युवतियों ने इसी तरह का प्रदर्शन किया।

 

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, हमले में 45 छात्राओं  सहित कम से कम  53 लोग मारे गए और 82 लोग घायल हो गए। पीड़ितों में ज्यादातर शिया हजारा समुदाय की युवतियां थीं। पुलिस की हिरासत में एक महिला की मौत पर ईरान में विरोध प्रदर्शनों का समर्थन करने वाली महिलाओं की रैली पर तालिबान ने गोलियां चलाईं। इस्लामिक गणतंत्र की नैतिकता पुलिस द्वारा हिरासत में ली गई 22 वर्षीय महसा अमिनी की मौत के बाद पड़ोसी ईरान में पिछले दो हफ्तों से घातक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं।  वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरब से तालिबानी सैनिक प्रदर्शन कर रही महिलाओं को डराने के लिए फायरिंग कर रही है।

 

प्रदर्शन कर रही महिलाओं ने हाथों में बैनर लिए तालिबानी सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन कर रही हैं। अफगानिस्तान में महिलाओं का सरकार के तालिबानी फैसले के खिलाफ बड़े स्तर पर प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शन कर रही महिलाओं पर हवाई फायरिंग करती तालिबान सरकार के वीडियो सामने आए हैं। पुलिस की फायरिंग के सामने भी महिलाओं का प्रदर्शन जारी है।  तालिबानी पुलिस से लड़ती महिलाओं के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब शेयर हो रहे हैं। वहीं सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें तालिबानी सेना का कहर नजर आ रहा है। वायरल वीडियो में तालिबानी सैनिक एक महिला प्रदर्शनकारियों से हाथापाई करते हुए महिला का बर्का खींचते हुए नजर आ रहा है। 

  

तालिबान के एक प्रवक्ता ने कहा कि हमलावर ने शुक्रवार को एक शिया पड़ोस में सैकड़ों छात्रों से भरे एक शिक्षा केंद्र पर हमला किया, जिसमें 19 लोग मारे गए और 27 घायल हो गए। हताहतों में किशोर भी थे, जो विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा दे रहे थे। केंद्र में सुबह का विस्फोट काबुल के दशती बारची पड़ोस में हुआ, जो ज्यादातर जातीय हज़ारों की आबादी वाला क्षेत्र है। जो अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक शिया समुदाय से हैं। इस्लामिक स्टेट समूह ने हाल के वर्षों में दशती बारची और अन्य शिया क्षेत्रों में स्कूलों, अस्पतालों और मस्जिदों पर बार-बार, भयानक हमले किए हैं।

Tanuja

Advertising