चीनी राजनयिकों ने फिजी में ताइवानी अधिकारी पर किया जानलेवा हमला
punjabkesari.in Tuesday, Oct 20, 2020 - 10:48 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः चीन की बढ़ती आक्रमकता पूरी दुनिया के लिए खतरा बनती जा रही है। अपनी कब्जे की नीयत व नीतियों के चलते ड्रैगन हमले करने से बाज नहीं आ रहा है।अब चीन और ताइवान के बीच तनातनी प्रशांत महासागरीय देश फिजी तक पहुंच गई है। फिजी में दोनों ही देश अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं। गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों पर हमले के बाद चीन के राजनयिकों की अब फिजी में जानलेवा हमला किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रशांत महासागरीय देश फिजी में चीनी दूतावास के अधिकारियों ने सभी राजनयिक नियमों को दरकिनार कर ताइवान के एक अधिकारी पर जानलेवा हमला कर दिया जिसमें ताइवानी अधिकारी बुरी तरह से घायल हो गया।
बताया जा रहा है कि चीनी अधिकारियों के हिंसक हमले की यह घटना 8 अक्टूबर को सूवा के एक होटल में बनाए गए ताइपे ट्रेंड ऑफिस के रिसेप्शन पर हुई। ब्रिटेन के अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक चीनी दूतावास से जुडे़ दो अधिकारी बिना किसी निमंत्रण के होटल पहुंचे और वहां पर मौजूद लोगों की तस्वीर और वीडियो बनाने लगे। इन लोगों में फिजी सरकार के दो मंत्री, अन्य देशों के राजनयिक, अंतरराष्ट्रीय एनजीओ और चीनी समुदाय के लोग शामिल थे। चीनी अधिकारियों की इस हरकत से नाराज ताइवान के प्रतिनिधिमंडल दल के एक सदस्य ने उन्हें वहां से जाने के लिए कहा लेकिन चीनी अधिकारियों ने जाने से इंकार कर दिया। इसके बाद होटल के बाहर दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई जिसमें ताइवान का अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्हें तत्काल अस्पताल ले जाया गया।
होटल के स्टाफ ने जब पुलिस को बुलाया तो चीनी अधिकारियों ने राजनयिक छूट का हवाला दिया। बाद में चीनी दूतावास के अधिकारियों ने एक बयान जारी करके कहा कि ताइवान नैशनल डे कार्यक्रम अवैध है। चीनी दूतावास ने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम चीन के एक चीन नीति का उल्लंघन है और दो चीन बनाने या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक चीन एक ताइवान नीति बनाने का प्रयास है। ताइवान के अधिकारियों की पिटाई करने वाले चीन ने उल्टे ताइवान पर आरोप लगाया कि उसने उकसावे वाली कार्रवाई की। चीन ने यह भी दावा किया कि उसका अधिकारी इस मारपीट में घायल हो गया। फिजी पुलिस ने बताया कि चीनी अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।