क्रिसमस से पहले चुराई बेबी जीजस की मूर्ति फायर स्टेशन पर मिली, माफीनामा भी छोड़ा

punjabkesari.in Wednesday, Dec 25, 2024 - 11:19 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क। क्रिसमस की तैयारियों के बीच एक अजीब घटना अमेरिका के कोलोराडो राज्य से सामने आई है। यहां एक नैटिविटी सीन (जन्म की झांकी) से बेबी जीसस की मूर्ति चोरी हो गई थी लेकिन कुछ दिनों बाद वह मूर्ति पास के फायर स्टेशन पर गुमनाम तरीके से लौटा दी गई। साथ ही मूर्ति के साथ एक माफीनामा भी मिला जिसमें चोर ने अपनी गलती के लिए माफी मांगी।

कैसे हुई चोरी?

फोर्ट कॉलिन्स शहर में क्रिसमस की झांकी में बेबी जीसस की मूर्ति रखी गई थी। कुछ दिन पहले एक अज्ञात व्यक्ति ने इसे वहां से चुरा लिया। यह घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गई। पुलिस ने कैमरे में कैद एक धुंधली तस्वीर के आधार पर फेसबुक पोस्ट के जरिए लोगों से मदद मांगी।

यह भी पढ़ें: Paris के Eiffel Tower में Christmas से पहले लगी आग, 1200 पर्यटकों को सुरक्षित निकाला गया बाहर 

 

पुलिस ने इस पोस्ट में लिखा था

"इस ग्रिंच ने ओल्ड टाउन स्क्वायर से बेबी जीसस की मूर्ति चुराकर क्रिसमस को बर्बाद करने की कोशिश की। अगर आप इस संदिग्ध को पहचानते हैं तो कृपया अधिकारी ब्रिटिंघम को जानकारी दें।"

मूर्ति कैसे मिली?

घटना के कुछ दिनों बाद पुलिस को सूचना मिली कि चोरी हुई मूर्ति फोर्ट कॉलिन्स के पाउडर फायर अथॉरिटी स्टेशन पर मिली है। फायर स्टेशन के कर्मियों ने मूर्ति को संभाल कर रखा और पुलिस को इसकी जानकारी दी।

यह भी पढ़ें: CM योगी रोडवेज यात्रियों को देंगे बड़ी सौगात: अब घर बैठे मिलेगी बस की लोकेशन

चोर ने छोड़ा माफीनामा

जब मूर्ति मिली तो उसके साथ एक माफीनामा चिपका हुआ था। इसमें लिखा था,"मुझे वास्तव में खेद है। मैंने एक मूर्खतापूर्ण गलती की है। ऐसा दोबारा नहीं होगा।"

फोर्ट कॉलिन्स पुलिस ने इस घटना की जानकारी अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए दी। उन्होंने बताया कि मूर्ति सुरक्षित है और मामले को बंद कर दिया गया है।

अभी भी अज्ञात है चोर

हालांकि इस घटना को अंजाम देने वाला व्यक्ति कौन था यह अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है लेकिन उसकी गलती स्वीकार करने और माफी मांगने को देखते हुए पुलिस ने इस मामले को ज्यादा आगे न बढ़ाने का फैसला किया।

क्या है नैटिविटी सीन?

नैटिविटी सीन क्रिसमस के समय सजाई जाने वाली झांकी होती है जो जीसस क्राइस्ट के जन्म की कहानी को दर्शाती है। इसमें माता मरियम, पिता जोसेफ और नवजात बेबी जीसस के साथ जानवरों और चरवाहों की मूर्तियां शामिल होती हैं।

इस घटना ने यह सिखाया कि इंसान अपनी गलतियों को स्वीकार कर उसे सुधार सकता है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

News Editor

Rahul Rana

Related News