श्रीलंका में जनता के लिए धारदार हथियार जमा कराने की समय सीमा बढ़ी, फिर से खुले स्कूल

Monday, May 06, 2019 - 04:42 PM (IST)

कोलंबोः श्रीलंका में प्राधिकारियों ने ईस्टर के दिन हुए बम विस्फोटों के बाद संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई के तहत जनता के लिए तलवार, कटार, धारदार हथियार और सेना की वर्दी से मिलते जुलते कपड़े सौंपने के लिए समयसीमा सोमवार को 48 घंटे के लिए बढ़ा दी है। इस बीच  दो सप्ताह पहले ईस्टर के दिन हुए आतंकवादी हमलों के बाद से बंद स्कूल सोमवार को फिर से खुल गए। ‘न्यूज फर्स्ट' चैनल ने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच छठी से 13वीं तक की कक्षाओं में पढ़ाई आरंभ हुई। पहली से पांचवीं तक की कक्षाओं की पढ़ाई 13 मई को आरंभ होगी।

शनिवार को श्रीलंकाई पुलिस ने मस्जिदों और घरों की तलाशी के दौरान बड़ी संख्या में हथियार एवं अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद होने के बाद जनता से धारदार हथियार नजदीकी पुलिस थानों में जमा कराने के लिए कहा था। न्यूज 1 चैनल ने कहा, ‘‘तलवार, कटार, धारदार हथियार और सेना की वर्दी से मिलते जुलते कपड़ों को सौंपने के लिए समयसीमा 48 घंटे बढ़ा दी गई है।

ऐसी सामग्री सौंपने के लिए निर्धारित समयसीमा आज (सोमवार) मध्यरात्रि को समाप्त होने वाली थी।'' पुलिस मीडिया प्रवक्ता एसपी रूवन गुणशेखरा ने बताया कि पुलिस मुख्यालय ने समयसीमा बढ़ाये जाने के संबंध में देशभर के पुलिस थानों को सूचित करने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए हैं। पुलिस के अनुसार 21 अप्रैल को विस्फोटों के बाद संदिग्धों और उनके नेटवर्क के खिलाफ कार्रवाई शुरू होने के बाद नेताओं सहित कई व्यक्तियों को तलवार जैसे धारदार हथियार रखने के लिए गिरफ्तार किया गया।

ईस्टर पर हुए बम विस्फोटों में 359 व्यक्ति मारे गए थे और 500 से अधिक अन्य घायल हो गए थे। आतंकवादी समूह इस्लामिक स्टेट ने हमलों की जिम्मेदारी ली थी लेकिन सरकार ने इसके लिए स्थानीय इस्लामी अतिवादी समूह एनटीजे को जिम्मेदार ठहराया था। श्रीलंका ने एनटीजे पर प्रतिबंध लगा दिया था और विस्फोटों के संबंध में 100 से अधिक व्यक्तियों को गिरफ्तार किया।

Tanuja

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