पश्चिम देशों के प्रतिबंधों का रूस पर नहीं पड़ा कोई खास असर

punjabkesari.in Wednesday, Feb 22, 2023 - 03:30 PM (IST)

 वाशिंगटनः यूक्रेन पर रूस के जारी हमलों के लगभग एक साल होने के मद्देनजर अमेरिका के राष्ट्रपति जो. बाइडेन पौलेंड के ‘रॉयल कैसल' से यूक्रेन के पक्ष में और रूस के खिलाफ संदेश देते नजर आए। अब सवाल हालांकि ये भी हैं कि क्या अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा रूस पर लगाए गए आर्थिक प्रतिबंध मॉस्को को कोई बड़ा झटका दे पाए हैं। अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, रूस अब दुनिया में सर्वाधिक प्रतिबंधित देश है। रूसी मुद्रा रूबल प्रतिबंधों के चलते भले ही अस्थायी रूप से अस्थिर हुई हो, लेकिन वैसा नहीं हुआ है जैसा अमेरिका और इसके सहयोगी देशों ने कहा था।

 

 इन देशों को उम्मीद थी कि रूसी मुद्रा प्रतिबंधों के चलते पूरी तरह धराशायी हो जाएगी। युद्ध को लगभग एक साल हो चुका है और प्रतिबंधों का रूस पर कोई खास असर नहीं पड़ा है। युद्ध से पहले के हफ्तों में रूबल 75-प्रति-डॉलर था और अब भी इसकी लगभग यही स्थिति है। हालांकि रूस मुद्रादर को स्थिर रखने के लिए पूंजी नियंत्रण का उपयोग कर रहा है। भले ही रूस की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2022 में 2.2 प्रतिशत सिकुड़ गई, पर यह बाइडन प्रशासन के अधिकारियों के उस पूर्वानुमान के अनुरूप बिलकुल नहीं है जिसमें कहा गया था कि प्रतिबंधों के चलते रूसी अर्थव्यवस्था को 15 प्रतिशत का नुकसान होगा। 

 

पोलैंड पहुंचे बाइडेन ने कहा कि भले ही कुछ भी हो जाए, अमेरिका एवं उसके सहयोगी यूक्रेनवासियों की मदद करने से ‘‘पीछे नहीं हटेंगे।'' यूक्रेन का अचानक दौरा करने के एक दिन बाद बाइडन ने पोलैंड में अपने संबोधन के दौरान पिछले एक साल में किए गए प्रयासों के लिए यूरोप में अपने सहयोगियों की प्रशंसा की और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को कड़े शब्दों में स्पष्ट संदेश दिया, ‘‘नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) विभाजित नहीं होगा और हम थकेंगे नहीं।'' बाइडन ने वॉरसॉ के ‘रॉयल कैसल' के बाहर हजारों लोगों की भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘एक साल पहले दुनिया को कीव के हार जाने की आशंका थी। मैं बता सकता हूं: कीव मजबूती से खड़ा है, कीव गर्व से खड़ा है और सबसे जरूरी बात कीव स्वतंत्र है।''  


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Content Writer

Tanuja

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