रूस ने सरेंडर करने वाले यूक्रेनी सैनिकों को एक-एक कर गोली से उड़ाया, VIDEO सामने आने पर मचा बवाल
punjabkesari.in Saturday, Sep 07, 2024 - 02:16 PM (IST)
International Desk: रूस(Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच चल रहे युद्ध के दौरान एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है, जिसमें रूस की सेना पर आत्मसमर्पण करने वाले यूक्रेनी सैनिकों की निर्मम हत्या का आरोप लगाया गया है। यह वीडियो पूर्वी यूक्रेन के पोकरोवस्क शहर का है, जहां भीषण युद्ध जारी है। ड्रोन से रिकॉर्ड की गई इस फुटेज में तीन यूक्रेनी सैनिकों को हथियार डालने के बाद घुटनों के बल बैठे देखा जा सकता है। लेकिन अचानक, रूसी सैनिक बिना चेतावनी के उन्हें गोली मार देते हैं।यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे संघर्ष के दौरान सामने आई इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारी विवाद पैदा कर दिया है। यह घटना पूर्वी यूक्रेन के पोकरोवस्क शहर की है, जहां रूसी सेना और यूक्रेनी सेना के बीच जबरदस्त संघर्ष हो रहा है।
Убийства рашистами украинских военнопленных https://t.co/qm8TS8KbCq https://t.co/bSDj9Bz5Up #warcrimes #всрф pic.twitter.com/K43vU3dOaC
— Necro Mancer (@666_mancer) September 6, 2024
हाल ही में जारी एक ड्रोन वीडियो में देखा गया है कि तीन यूक्रेनी सैनिकों ने आत्मसमर्पण कर दिया था। वे हथियार डालकर घुटनों के बल बैठे हुए थे, उनके हाथ पीछे बंधे हुए थे। लेकिन इसके बावजूद, रूसी सैनिकों ने बिना किसी चेतावनी के उन्हें गोली मार दी, और उनकी मौके पर ही हत्या कर दी। इस वीडियो के सार्वजनिक होने के बाद यूक्रेन ने रूस पर मानवाधिकार उल्लंघन और युद्ध अपराध का आरोप लगाया है। यूक्रेनी अधिकारियों का दावा है कि यह घटना रूस की सेना द्वारा अपनाई जा रही एक संगठित रणनीति का हिस्सा है, जिसमें युद्ध के नियमों और अंतर्राष्ट्रीय कानूनों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यूक्रेन का यह भी कहना है कि इस तरह की घटनाएं पहले भी कई बार हो चुकी हैं।
यूक्रेनी रक्षा खुफिया विभाग ने इस तरह की 15 घटनाओं की जानकारी पहले ही अंतर्राष्ट्रीय मीडिया और जांच एजेंसियों को सौंप दी है। इन घटनाओं में ड्रोन वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग के जरिए रूसी सैनिकों की हिंसा के सबूत मिले हैं। यूक्रेनी जनरल एंड्री कोस्टिन के अनुसार, उनके कार्यालय ने अब तक 28 ऐसी घटनाओं की जांच शुरू की है, जिसमें 62 यूक्रेनी सैनिकों की हत्या के प्रमाण मिले हैं।
इसके साथ ही, मई में जपोरिझ्झिया के रोबोटिन गांव की एक और घटना की भी जांच चल रही है, जिसमें रूसी अधिकारियों द्वारा आत्मसमर्पण करने वाले यूक्रेनी सैनिकों को मारने का आदेश दिए जाने की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी सामने आई थी। इस तरह की घटनाओं ने वैश्विक स्तर पर मानवाधिकार संगठनों और अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं का ध्यान आकर्षित किया है, जो रूस के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।यूक्रेन अब इस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर उठाने की तैयारी कर रहा है, ताकि रूस पर दबाव बनाकर इसे युद्ध अपराध घोषित किया जा सके और इस क्रूरता के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया जा सके।