भारतीय मूल के अमेरिकी न्यायाधीश मेहता ने ‘ओथ कीपर्स’ के संस्थापक स्टीवर्ड रोड्स को 18 साल की सजा सुनाई
punjabkesari.in Saturday, May 27, 2023 - 11:50 AM (IST)

वाशिंगटन, 26 मई (भाषा) भारत में जन्मे अमेरिकी न्यायाधीश अमित मेहता ने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को प्रभावित करने की साजिश के लिए ‘ओथ कीपर्स’ के संस्थापक स्टीवर्ड रोड्स को 18 साल की सजा सुनाई।
रोड्स पर राष्ट्रपति जो बाइडन को व्हाइट हाउस से बाहर रखने के लिए कैपिटल हिल (अमेरिकी संसद) पर हमला करने के लिए साजिश रचने का आरोप था।
‘ओथ कीपर्स’ एक धुर दक्षिणपंथी सरकार विरोधी मिलिशिया है।
मेहता ने छह जनवरी, 2021 को अमेरिकी संसद पर हमले में उसकी भूमिका के लिए बृहस्पतिवार को रोड्स को 18 साल की जेल की सजा सुनाई।
इस मामले में आरोपित वह पहला व्यक्ति है, जिसे देशद्रोह और साजिश रचने के मामले में सजा सुनाई गई है। रोड्स को दी गई सजा कैपिटल दंगों के विभिन्न मामलों में अब तक दी गई सबसे लंबी सजा है।
‘सीएनएन’ की खबर के अनुसार सजा की घोषणा करने से पहले, न्यायाधीश मेहता ने रोड्स को अमेरिकी लोकतंत्र पर उसके देशद्रोही षड्यंत्रकारी अपराधों के बारे में बताया।
न्यायाधीश मेहता ने कहा, ‘‘आप (रोड्स) हमारे लोकतंत्र और इस देश के ताने-बाने के लिए एक खतरा हैं।’’
न्यायाधीश मेहता ने कहा, ‘‘कैपिटल हिल पर हमला एक देशद्रोह जैसा कृत्य और साजिश है। बल प्रयोग करना सरकार के खिलाफ अपराध है। यह हमारे देश के लोगों के खिलाफ अपराध है।’’
मेहता ने कहा कि 58 वर्षीय रोड्स ने कोई पछतावा नहीं जताया है और वह अब भी खतरा बना हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘छह जनवरी का दिन हमारे लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं था। लेकिन आपने (रोड्स) इसका जश्न मनाया, आपने सोचा कि यह अच्छी बात है।’’
मेहता को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा 22 दिसंबर, 2014 को न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।
गुजरात के पाटन में जन्मे मेहता ने 1993 में जॉर्ज टाउन विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र में बी.ए किया और 1997 में ‘वर्जीनिया स्कूल ऑफ लॉ यूनिवर्सिटी से जेडी (कानून की डिग्री) हासिल की।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
रोड्स पर राष्ट्रपति जो बाइडन को व्हाइट हाउस से बाहर रखने के लिए कैपिटल हिल (अमेरिकी संसद) पर हमला करने के लिए साजिश रचने का आरोप था।
‘ओथ कीपर्स’ एक धुर दक्षिणपंथी सरकार विरोधी मिलिशिया है।
मेहता ने छह जनवरी, 2021 को अमेरिकी संसद पर हमले में उसकी भूमिका के लिए बृहस्पतिवार को रोड्स को 18 साल की जेल की सजा सुनाई।
इस मामले में आरोपित वह पहला व्यक्ति है, जिसे देशद्रोह और साजिश रचने के मामले में सजा सुनाई गई है। रोड्स को दी गई सजा कैपिटल दंगों के विभिन्न मामलों में अब तक दी गई सबसे लंबी सजा है।
‘सीएनएन’ की खबर के अनुसार सजा की घोषणा करने से पहले, न्यायाधीश मेहता ने रोड्स को अमेरिकी लोकतंत्र पर उसके देशद्रोही षड्यंत्रकारी अपराधों के बारे में बताया।
न्यायाधीश मेहता ने कहा, ‘‘आप (रोड्स) हमारे लोकतंत्र और इस देश के ताने-बाने के लिए एक खतरा हैं।’’
न्यायाधीश मेहता ने कहा, ‘‘कैपिटल हिल पर हमला एक देशद्रोह जैसा कृत्य और साजिश है। बल प्रयोग करना सरकार के खिलाफ अपराध है। यह हमारे देश के लोगों के खिलाफ अपराध है।’’
मेहता ने कहा कि 58 वर्षीय रोड्स ने कोई पछतावा नहीं जताया है और वह अब भी खतरा बना हुआ है।
उन्होंने कहा, ‘‘छह जनवरी का दिन हमारे लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं था। लेकिन आपने (रोड्स) इसका जश्न मनाया, आपने सोचा कि यह अच्छी बात है।’’
मेहता को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा द्वारा 22 दिसंबर, 2014 को न्यायाधीश नियुक्त किया गया था।
गुजरात के पाटन में जन्मे मेहता ने 1993 में जॉर्ज टाउन विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान और अर्थशास्त्र में बी.ए किया और 1997 में ‘वर्जीनिया स्कूल ऑफ लॉ यूनिवर्सिटी से जेडी (कानून की डिग्री) हासिल की।
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