एक मजबूत भारत का मतलब एक मजबूत अमेरिका : अमेरिकी सांसद
punjabkesari.in Wednesday, Sep 21, 2022 - 01:56 PM (IST)

वाशिंगटन, 21 सितंबर (भाषा) अमेरिका के तीन प्रभावशाली सांसदों ने कहा है कि एक मजबूत भारत का मतलब एक मजबूत अमेरिका है। उन्होंने ऐसे समय में विश्व के दो सबसे बड़े लोकतांत्रिक देशों के बीच रिश्तों को मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता जताई है, जब दुनिया कई चुनौतियों का सामना कर रही है।
अमेरिकी सांसदों ने भारत के केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह के सम्मान में वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास की ओर से आयोजित एक भोज में यह टिप्पणी की।
विज्ञान, अंतरिक्ष एवं प्रौद्योगिकी समिति की उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ सांसद हैली स्टीवन्स ने कहा, “मेरा मानना है कि एक मजबूत भारत का मतलब एक मजबूत अमेरिका है।” उन्होंने कहा, “जलवायु परिवर्तन से लेकर महामारी तक जटिल वैश्विक चुनौतियों का सामना कर रहे बड़े भौगोलिक क्षेत्र वाले दो लोकतांत्रिक देशों के रूप में हमारी दुर्दशा; चुनौतियां जिन्हें हम अवसरों में बदल सकते हैं, चुनौतियां जो उद्यमशीलता के अवसर पैदा करती हैं; चुनौतियां जो हमें एक साथ आने के लिए बाध्य करती हैं। इसलिए मैं भारत-अमेरिका के बीच मजबूत रिश्तों में यकीन करती हूं।” वहीं, सांसद जैरी मैक्नर्नी ने कहा कि जो व्यक्ति भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों की अहमियत को नहीं देख सकता, वह ‘दृष्टिहीन’ है। सांसद डेबोरा रॉस ने भी भारत और अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों की वकालत की।
रॉस सदन की विज्ञान, अंतरिक्ष एवं प्रौद्योगिकी समिति के अलावा न्यायिक समिति की भी सदस्य हैं।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अमेरिकी सांसदों ने भारत के केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह के सम्मान में वाशिंगटन स्थित भारतीय दूतावास की ओर से आयोजित एक भोज में यह टिप्पणी की।
विज्ञान, अंतरिक्ष एवं प्रौद्योगिकी समिति की उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ सांसद हैली स्टीवन्स ने कहा, “मेरा मानना है कि एक मजबूत भारत का मतलब एक मजबूत अमेरिका है।” उन्होंने कहा, “जलवायु परिवर्तन से लेकर महामारी तक जटिल वैश्विक चुनौतियों का सामना कर रहे बड़े भौगोलिक क्षेत्र वाले दो लोकतांत्रिक देशों के रूप में हमारी दुर्दशा; चुनौतियां जिन्हें हम अवसरों में बदल सकते हैं, चुनौतियां जो उद्यमशीलता के अवसर पैदा करती हैं; चुनौतियां जो हमें एक साथ आने के लिए बाध्य करती हैं। इसलिए मैं भारत-अमेरिका के बीच मजबूत रिश्तों में यकीन करती हूं।” वहीं, सांसद जैरी मैक्नर्नी ने कहा कि जो व्यक्ति भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों की अहमियत को नहीं देख सकता, वह ‘दृष्टिहीन’ है। सांसद डेबोरा रॉस ने भी भारत और अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों की वकालत की।
रॉस सदन की विज्ञान, अंतरिक्ष एवं प्रौद्योगिकी समिति के अलावा न्यायिक समिति की भी सदस्य हैं।
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