‘उपराष्ट्रपति पद उम्मीदवारों के बहस के लिए हैरिस का मंच पर होना भारतवंशियों के लिए गर्व के क्षण’

punjabkesari.in Thursday, Oct 08, 2020 - 04:09 PM (IST)

वाशिंगटन, आठ अक्टूबर (भाषा) अमेरिका में रह रहे भारतीय समुदाय के कुछ प्रमुख सदस्यों ने कहा कि उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों की बहस के दौरान सीनेटर कमला हैरिस द्वारा उपराष्ट्रपति माइक पेंस से मंच साझा करना भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लिए गर्व के क्षण हैं और इस बहस में हैरिस विजेता बनकर उभरी हैं। उल्लेखनीय है कि कैलिफोर्निया से डेमोक्रेटिक पार्टी की 55 वर्षीय सीनेटर हैरिस ने इस साल अगस्त में उस समय इतिहास रच दिया था जब वह भारतीय अमेरिकी, काले और अफ्रीकी अमेरिकी मूल की पहली महिला बनीं जिन्हें किसी प्रमुख अमेरिकी दल ने उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना प्रत्याशी बनाया। हैरिस और रिपब्लिकन प्रत्याशी पेंस के बीच बुधवार रात को हुई बहस का टेलीविजन पर प्रसारण देखने के लिए अमेरिका और दुनिया भर के लाखों लोग टीवी से चिपके रहे। भारतीय-अमेरिकी कांग्रेस सदस्य प्रमिला जयपाल ने ट्वीट कर हैरिस को बहस का विजेता करार दिया। डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति उम्मीदवार जो बाइडेन के चुनाव अभियान में राष्ट्रीय वित्त समिति के सदस्य अजय भूटोरिया ने कहा कि वह पहली भारतीय अमेरिकी उपराष्ट्रपति पद उम्मीदवार हैरिस को बहस के मंच पर देखने के लिए उत्साहित थे। बड़ी संख्या में भारतीय-अमेरिकियों ने इस ऐतिहासिक मौके का जश्न मनाने और बहस को साथ देखने के लिए डिजिटल पार्टी आयोजित की थी। अगर कमला हैरिस तीन नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में जीत जाती हैं तो वह अमेरिकी इतिहास में देश के दूसरे सबसे शीर्ष राजनीतिक पद पर पहुंचने वाली पहली महिला होंगी। भूटोरिया ने कहा, ‘‘कमला हैरिस में हमारे देश को अगले उपराष्ट्रपति के तौर पर नेतृत्व करने की प्रतिभा और करिश्मा है। वह नस्लवाद, आर्थिक और पर्यावरण न्याय और मध्यवर्ग की लड़ाई की नेता रही हैं। वह बहुत शानदार उपराष्ट्रपति होंगी और मुझे पता है कि अमेरिकियों ने आज की बहस में उनके इस गुण के दर्शन किए।’’ बाइडेन के लिए दक्षिण एशियाई अभियान में कैलिफोर्निया के सह राज्य निदेशक हिरानी कृष्णन ने कहा, ‘‘वह रोमांचित थे कि हैरिस ने अपना परिचय देने के दौरान अपनी उम्मीदवारी की ऐतिहासिक प्रकृति को स्वीकार किया और अपनी मां, श्यामला गोपालन के बारे में बात की।’’ बाइडेन के लिए दक्षिण एशियाई अभियान की राष्ट्रीय निदेशक नेहा दीवान ने बहस में हैरिस के शानदार प्रदर्शन की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कैलिफोर्निया की सीनेटर ने कारोबार युद्ध सहित अर्थव्यवस्था, विदेश नीति और कोरोना वायरस की महामारी से निपटने में ट्रम्प-पेंस प्रशासन की अयोग्यता उजागर कर दी। बाइडेन के दक्षिण एशियाई समुदाय से संप्रेषण की सह अध्यक्ष दीपा शर्मा ने कहा कि हैरिस आत्मविश्वास से लबरेज थीं जबकि पेंस पूरी रात असहज दिखे। वहीं, वर्जीनिया में लेफ्टिनेंट गवर्नर के पद के लड़ रहे रिपब्लिकन उम्मीदवार पुनीत आहलूवालिया ने कहा, ‘‘ऐसा लगता है कि सीनेटर हैरिस चीनी और ईरानियों के काम को आगे बढ़ा रही हैं। वह अफ्रीकी-अमेरिकी को अभियोजित कराने और उच्चतम न्यायालय के संकुलन के अपने इतिहास का बचाव नहीं कर सकीं।’’ रिपब्लिकन पार्टी नेता आहलूवालिया ने कहा, ‘‘इस बहस में पेंस स्पष्ट विजेता हैं जिन्होंने ट्रम्प के नेतृत्व में अमेरिकियों के तेजी से हो रहे विकास को रेखांकित किया।’’

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PTI News Agency

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