पोप लियो 14वें का पहला संदेश: "अब कभी युद्ध न हो", यूक्रेन-गाजा के लिए मांगी शांति व बंधकों की रिहाई

punjabkesari.in Sunday, May 11, 2025 - 07:19 PM (IST)

International Desk: पोप लियो 14वें ने रविवार को अपने पहले आधिकारिक आशीर्वचन के दौरान विश्व समुदाय से  यूक्रेन में स्थायी शांति और गाजा में युद्धविराम व बंधकों की रिहाई  की अपील की। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा,  "अब कभी युद्ध न हो।" सेंट पीटर्स बेसिलिका के ऐतिहासिक बरामदे से बोलते हुए उन्होंने द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ का स्मरण किया और कहा कि "दुनिया में चल रहे तमाम संघर्ष इस समय ‘टुकड़ों-टुकड़ों में तीसरे विश्व युद्ध’ की स्थिति बना रहे हैं।"  यह वक्तव्य उन्होंने अपने पूर्ववर्ती पोप फ्रांसिस के शब्दों को उद्धृत करते हुए दिया।

 

 गाजा और यूक्रेन को प्राथमिकता 
पोप लियो ने विशेष रूप से गाजा में फंसे बंधकों की रिहाई, मानवीय सहायता की अबाध आपूर्ति, और तत्काल युद्ध विराम की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने यूक्रेन में "न्यायपूर्ण और स्थायी" शांति की मांग की।

 

भावनात्मक अपील माताओं के नाम 
अपने संदेश में लियो ने मातृ दिवस की शुभकामनाएं भी दीं और कहा,  “आज माताओं का दिन है, जो जीवन की सबसे बड़ी आशा और सहनशीलता की प्रतीक होती हैं।” सेंट पीटर्स स्क्वायर पर एकत्र हजारों श्रद्धालुओं ने इस भावुक पल में तालियों से उनका स्वागत किया।

 

पहला अमेरिकी पोप 
गौरतलब है कि पोप लियो 14वें अमेरिका से निर्वाचित होने वाले पहले पोप हैं। गुरुवार की रात उनके निर्वाचन की घोषणा के समय भी उन्होंने शांति का संदेश दिया था। यह रविवार पहला अवसर था जब वे पोप बनने के बाद दोबारा सार्वजनिक रूप से सेंट पीटर्स बेसिलिका के बरामदे पर लौटे।

 


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Content Writer

Tanuja

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