पाकिस्तान : राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत कई नेताओं ने परवेज मुशर्रफ के निधन पर शोक जताया

punjabkesari.in Sunday, Feb 05, 2023 - 05:31 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क : पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ समेत कई वरिष्ठ नेताओं और सेना ने रविवार को पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के निधन पर शोक जताया। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति और 1999 में कारगिल युद्ध की योजना बनाने वाले जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ का रविवार को एक लाइलाज बीमारी से वर्षों तक जूझने के बाद दुबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे। राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी शोक संदेश में कहा गया, ‘‘राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने पूर्व राष्ट्रपति और जनरल (सेवानिवृत्त) परवेज मुशर्रफ के निधन पर दुख जताया है।''

नवाज शरीफ के छोटे भाई एवं प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मुशर्रफ के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में शहबाज शरीफ ने कहा, ‘‘खुदा उनके गुनाहों को माफ अता फरमाए और परिवार को संयम दें।'' मुशर्रफ के निधन के फौरन बाद पाकिस्तानी सेना की मीडिया इकाई ‘इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस' (आईएसपीआर) ने एक बयान जारी कर कहा कि ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष जनरल साहिर शमशाद और तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त की है।

बयान में कहा गया, ‘‘अल्लाह उनकी रूह को सुकून अता फरमाए और शोक संतप्त परिवार को ताकत दें।'' सीनेट के अध्यक्ष सादिक संजरानी ने भी पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर दुख जताया और शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता और पूर्व सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने मुशर्रफ को ‘‘महान व्यक्ति'' बताया और कहा कि उनकी विचारधारा हमेशा पाकिस्तान को आगे रखने की थी। पंजाब प्रांत के पूर्व मुख्यमंत्री परवेज इलाही ने कहा कि पाकिस्तानी सेना और देश के प्रति मुशर्रफ की सेवाओं को भुलाया नहीं जा सकता।

पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के बेटे अली मूसा गिलानी ने ट्वीट किया, ‘‘मुशर्रफ का निधन हो गया है ...लोकतंत्र जिंदा है, इस काम के लिए कुर्बान होने वाले जिंदा हैं। मुशर्रफ के शासन ने न सिर्फ मेरे पिता की जिंदगी के पांच साल लिए, बल्कि मेरे सहित कई लोगों का बचपन भी छीन लिया।'' गौरतलब है कि गिलानी को जनरल मुशर्रफ द्वारा नियुक्त एक भ्रष्टाचार-रोधी अदालत ने दोषी ठहराया था और वह लगभग छह साल जेल में रहे थे।


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News Editor

Parveen Kumar

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