अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले इमरान खान इस्लामाबाद में करेंगे विशाल रैली

punjabkesari.in Sunday, Mar 27, 2022 - 05:58 PM (IST)

 इस्लामाबाद: अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इस्लामाबाद में एक विशाल रैली करने जा रहे हैं, जिसके लिए सरकार ने रविवार को विभिन्न शहरों से उनके समर्थकों के यहां पहुंचने के लिए विशेष ट्रेनों का इंतजाम किया है। विपक्षी दलों के नेशनल असेंबली सचिवालय में आठ मार्च को एक अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिये जाने के बाद से पाकिस्तान में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है। नोटिस में आरोप लगाया गया है कि प्रधानमंत्री इमरान खान नीत पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ (पार्टी) देश में आर्थिक संकट और बेतहाशा बढ़ती महंगाई के लिए जिम्मेदार है।

 

इमरान खान सरकार द्वारा अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को लाहौर और अन्य शहरों से लाने के लिए पाकिस्तान रेलवे से विशेष ट्रेनें चलाने का अनुरोध किया गया है। खान के हजारों समर्थक ट्रेनों, सार्वजनिक वाहनों और निजी कारों से सत्तारूढ़ दल की ऐतिहासिक रैली में शामिल होने के लिए आ रहे हैं। खान की पार्टी का कारवां कराची, लाहौर, पेशावर और अन्य शहरों से आ रहा है तथा रैली में शामिल होने के लिए यह परेड ग्राउंड पहुंचेगा। शिक्षा मंत्री शफकत महमूद ने कहा, ‘‘यह जनसभा देश के इतिहास में सबसे बड़ी होगी और एक इसका बहुत प्रभाव पड़ेगा।'' इस रैली का आह्वान खान ने किया है क्योंकि वह विपक्षी नेताओं के एक समूह की कथित साजिश के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ने की कोशिश कर रहे हैं।

 

इससे अलग, सोमवार को इस्लामाबाद में विपक्षी दलों का गठबंधन, पाकिस्तान डेमाक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम)भी एक राजनीतिक कार्यक्रम करने वाला है। पीडीएम में जमियत ए इस्लाम फज्ल और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज शामिल हैं। पीडीएम ने एक दिन बाद अपना शक्ति प्रदर्शन करने का निर्णय किया है जो नेशनल असेंबली के सत्र के साथ-साथ होगा, जब सदन में औपचारिक रूप से अविश्वास प्रस्ताव लाया जाने वाला है। वहीं, पीएमएल-एन उपाध्यक्ष मरयम नवाज और उनकी करीबी रिश्तेदार हमजा शहबाज (शहबाज शरीफ की बेटी) के नेतृतव में शनिवार को लाहौर से एक अन्य बड़ा विरोध मार्च शुरू किया गया।

 

विपक्षी रैली में शामिल होने के लिए जीटी रोड होते हुए इसके सोमवार को इस्लामाबाद पहुंचने का कार्यक्रम है। मरयम ने अपने समर्थकों से कहा, ‘‘यह (मार्च) इमरान खान नीत सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा।'' इमरान खान एक गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। खान के सहयोगी दल उनसे किनारा कर रहे हैं जबकि उनकी पार्टी के करीब दो दर्जन सांसद उनके खिलाफ बगावत कर रहे हैं। खान (69) की पार्टी के 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में 155 सदस्य हैं और सरकार में बने रहने के लिए कम से कम 172 सांसदों के समर्थन की जरूरत होगी। 


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Content Writer

Tanuja

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