विपक्षी गठबंधन PDM की पहली तख्तापलट रैली से खौफ में पाक सरकार, कई लोग किए गिरफ्तार

punjabkesari.in Thursday, Oct 15, 2020 - 05:00 PM (IST)

पेशावरः पाकिस्तान में इमरान खान सरकार के खिलाफ नवगठित विपक्षी गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDM) द्वारा 16 अक्टूबर को पंजाब के गुजरांवाला में पहली तख्तापलट रैली की जा रही है। इस रैली को लेकर इमरान सरकार की बौखलाहट देखने को मिल रही है। इमरान सरकार ने पाकिस्तानी मुस्लिम लीग (नवाज), या PML-N और अन्य विपक्षों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार लाहौर में जहां कई नुक्कड़ बैठकों को बाधित किया गया वहीं कई लोगों को गिरफ्तार किया गया है  वहीं  लाहौर और पंजाब प्रांत के अन्य इलाकों में विपक्षी पार्टियों के 450 से अधिक कार्यकर्ताओं पर मामला दर्ज किया गया है।

 

बुधवार को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने ट्वीट किया, "PML-N /PDM  के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने, उनके घरों पर छापा मारने या गुजरांवाला की यात्रा में बाधा डालने के लिए पुलिस को इमरान के गैरकानूनी आदेशों का पालन नहीं करना चाहिए।" पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि विपक्षी दलों के सदस्यों और कार्यकर्ताओं के खिलाफ गुजरांवाला पुलिस स्टेशन में कोरोना प्राथमिकी दर्ज की गई । एक अन्यPML-N नेता  पूर्व स्पीकर अयाज सादिक ने कहा कि अब सरकार ने कोरना जांच के लिए परीक्षण बढ़ा दिया है, जबकि पहले यह तथ्य छिपाए जा रहे थे।

 

उन्होंने कहा कि रैली को नाकाम करने के लिए सरकारी रणनीति के बावजूद PDM 16 अक्टूबर को सड़कों पर प्रदर्शन करने के लिए तैयार है। इस बीच PDM  के प्रवक्ता मियां इफ्तिखार हुसैन ने विपक्षी रैली के लिए गुजरांवाला में बैनर हटाने की निंदा की है । हुसैन ने कहा कि PDM किसी भी कीमत पर गुजरांवाला में अपनी रैली आयोजित करेगा । उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान की जनता इमरान खान सरकार से तंग आ चुकी है और इस क्रूर व्यवस्था से छुटकारा पाना चाहती है।

 

बता दें कि पाकिस्तान में प्रमुख विपक्षी राजनीतिक दलों ने इमरान खान सरकार को हटाने के उद्देश्य से गठबंधन (पीडीएम ) का गठन किया है। इस महीने की शुरुआत में, पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) ने इमरान खान सरकार को यह कहते हुए फटकार लगाई थी कि देश में "राजनीतिक क्रांति" नवगठित पीडीएम के माध्यम से ही संभव होगी । विपक्षी पार्टियां पाकिस्तान की राजनीति में सेना के हस्तक्षेप का विरोध कर रही हैं और जवाबदेही का एक नया कानून बनाने की मांग कर रही हैं। पीडीएम का कहना है कि इमरान सरकार सेना की कठपुतली बनी हुई जिसे जनता के हितों से कोई लेना-देना नहीं है।

 

 पहली सरकार विरोध रैली शुक्रवार को लाहौर से करीब 80 किमी दूर गुजरांवाला शहर में होने का कार्यक्रम है। इसके बाद 18 अक्टूबर को कराची में, क्वेटा में 25 अक्टूबर को, पेशावर में 22 नवंबर को, मुल्तान में 30 नवंबर को और फिर 13 दिसंबर को लाहौर में एक रैली होने का कार्यक्रम है। विपक्षी नेताओं ने यह घोषणा की है कि वे ‘‘चयनित'' प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग करने के लिये सभी राजनीतिक एवं लोकतांत्रिक विकल्पों का इस्तेमाल करेंगे। इनमें अविश्वास प्रस्ताव लाना और संसद से बड़े पैमाने पर इस्तीफा देना भी शामिल है।  

 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Tanuja

Recommended News

Related News