खौफ या...यूक्रेनी सेना के सामने उत्तर कोरियाई सैनिक ने खुद को बम से उड़ाया, देखें वीडियो
punjabkesari.in Wednesday, Jan 15, 2025 - 07:31 PM (IST)
International Desk: रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में एक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें उत्तर कोरिया के एक सैनिक ने अपनी जान की बलि दी। यह घटना रूस के कुर्स्क क्षेत्र में हुई, जहां यूक्रेनी विशेष बलों ने युद्ध के बाद शवों की खोज की। इस दौरान उन्हें एक उत्तर कोरियाई सैनिक की लाश मिली और एक जीवित सैनिक भी मिला। जैसे ही यूक्रेनी सैनिक उस सैनिक के पास पहुंचे, उसने आत्मघाती ग्रेनेड से खुद को उड़ा लिया ताकि उसे पकड़ने से बचा जा सके। इस विस्फोट में यूक्रेनी सैनिकों को कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह घटना युद्ध क्षेत्र में एक भयावह संदेश लेकर आई।
Watch how Ukraine’s SOF repel North Korean troops assault in russia’s Kursk region.
The special forces eliminated 17 DPRK soldiers. One North Korean soldier had set an unsuccessful trap for the rangers of the 6th Regiment and blew himself up with a grenade. pic.twitter.com/nObBOMnusI
— SPECIAL OPERATIONS FORCES OF UKRAINE (@SOF_UKR) January 13, 2025
यह आत्मघाती हमला युद्ध की वास्तविकता को और भी उजागर करता है, जिसमें उत्तर कोरियाई सैनिक अपनी जान देने के लिए तैयार हैं। यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, यह घटना एक खुफिया रिपोर्ट की पुष्टि करती है, जिसमें बताया गया था कि उत्तर कोरियाई सैनिक खुद को पकड़वाने से बचने के लिए आत्मघाती हमले कर रहे हैं। इन सैनिकों का उद्देश्य था कि युद्ध में उनकी भागीदारी का कोई भी प्रमाण न बच सके। यूक्रेनी विशेष बलों ने एक्स पर इस घटना की जानकारी दी और इस दौरान कुर्स्क क्षेत्र में हुए भीषण संघर्ष का विवरण भी साझा किया। हालांकि इस हमले में किसी भी यूक्रेनी सैनिक को कोई चोट नहीं आई, लेकिन यह घटना उत्तर कोरियाई सैनिकों की मानसिक स्थिति और उनके आत्मघाती दृष्टिकोण को उजागर करती है।
वहीं, रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरिया भागे एक पूर्व उत्तर कोरियाई सैनिक ने 2022 में बताया था कि उत्तर कोरिया के सैनिकों को पूरी तरह से ब्रेनवॉश किया जाता है। किम जोंग उन के शासन के तहत उन्हें यह मानसिकता सिखाई जाती है कि वे अपनी जान की बलि देने के लिए पूरी तरह से तैयार रहें। किम ने कहा, "इन सैनिकों को युद्ध के लिए भेजा जाता है और उन्हें इस बात पर यकीन कराया जाता है कि वे किम जोंग उन के लिए अपना जीवन अर्पित कर रहे हैं।" यह घटना यह भी दर्शाती है कि युद्ध के दौरान उत्तर कोरिया अपने सैनिकों को कितनी कठोर परिस्थितियों से गुजरने के लिए मजबूर करता है, जिससे उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। इसके साथ ही यह भी दिखाता है कि उत्तर कोरिया किस हद तक अपने सैनिकों को आत्मघाती हमलों के लिए तैयार कर रहा है ताकि उनके शासन के खिलाफ कोई भी सुराग न मिल सके।