ब्रेक्जिट समझौताः दूसरी बार भी ब्रिटिश PM थरेसा को झटका, EU से अलग होगा UK

punjabkesari.in Thursday, Mar 14, 2019 - 10:44 AM (IST)

लंदनः ब्रिटेन संसद द्वारा बेक्जिट समझौता दूसरी बार भी खारिज करने के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री थरेसा की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। संसद के निचले सदन हाउस ऑफ कामन्स में ब्रिटिश सांसदों ने यूरोपीय संघ से बिना किसी समझौते से बाहर निकलने के प्रस्ताव को 308 के मुकाबले 312 वोटों से ख़ारिज कर दिया है। सदन के इस फैसले के बाद अब यह संभावना प्रबल हो गई है कि ब्रिटेन यूरापीय संघ (EU) से बिना किसी समझौते के ही अलग होगा। उधर, सदन में समझौता खारिज होने के बाद यूरोपीय संघ ने इस परिणाम पर खेद जताया है।

बता दें कि अगर ब्रिटेन की संसद ब्रेक्जिट समझौते को मंजूर करने में विफल रहती है और यूरोपीय संघ इस पर अधिक समय देने के लिए राजी नहीं होता तो ब्रिटेन 29 मार्च को यूरोपीय संघ से बिना किसी समझौते के बाहर हो जाएगा। हालांकि, यह संकेत है कि यूरोपीय संघ ब्रिटेन का और अधिक समय देने पर विचार कर सकता है। उधर, यूरोपीय परिषद के अध्‍यक्ष डोनाल्‍ड टस्‍क ने इन परिणामों पर खेद जताया है। लेकिन ब्रसेल्‍स की तरफ से उन्‍होंने चेताया है कि इससे कुछ कर पाना बहुत मुश्किल होगा। यूरोपीय संघ की प्रमुख बेक्जिट वार्ताकार मिशेल बार्नियर ने कहा है कि ब्रसेल्‍स इससे ज्‍यादा कुछ नहीं कर सकता। यूरोपीय आयोग के अध्‍यक्ष जीन क्‍लाउड जंकर के हवाले से कहा गया है अब इस समस्‍या का हल लंदन से ही निकलेगा।

ब्रिटिश ससंद में ब्रेक्जिट पर ऐतिहासिक मतदान के पूर्व यूरोपीय कमीशन के अध्‍यक्ष ज्‍यां क्‍लाउड जंकर ने चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि यह समझौता सदन से पास नहीं होता तो तीसरा मौका नहीं दिया जाएगा। बता दें कि ब्रेक्जिट से निकलने के लिए 29 मार्च की तारिख निर्धारित की गई है। सदन में यह प्रस्‍ताव लाए जाने के पूर्व स्‍ट्रासबर्ग में लंबी बैठक के बाद ब्रिटिश प्रधानमंत्री थरेसा मे ने कहा था कि इस समझौते के सभी पहलुओं की जाचं कर ली गई है। उन्‍होंने सांसदों से अपील की थी आप लोग इस समझौते के पक्ष में वोट दें। लेबर पार्टी के नेता जेरेमी काबिन ने कहा है कि प्रधानमंत्री की समझौते को लेकर हुई वार्ता विफल रही थी।

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा था कि वह मंगलवार को समझौते पर मतदान से पहले वह खुद सदन में बहस की शुरुआत करेंगी। बता दें कि पहली बार ब्रेक्जिट समझौते पर 15 जनवरी में संसद में मतदान के लिए रखा गया था, लेकिन यह प्रस्‍ताव सदन में 230 वोटों के अंतर से गिर गया था। इयू 28 देशों का शक्तिशाली समूह है जिसमें फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन जैसे देश आर्थिक और राजनीतिक रूप से जुडे़ हुए हैं।


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Tanuja

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