Breaking: नेपाल में सियासी भूचाल: Nepal PM Oli ने पद से इस्तीफा दिया, देश छोड़कर भाग सकते हैं
punjabkesari.in Tuesday, Sep 09, 2025 - 03:33 PM (IST)

इंटनेशनल डेस्क: नेपाल में बढ़ती राजनीतिक और सामाजिक अशांति के बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया है, जिससे देश की राजनीतिक स्थिति और भी तनावपूर्ण हो गई है। राजधानी काठमांडू और अन्य बड़े शहरों में भारी विरोध प्रदर्शन हुए, जहां प्रदर्शनकारियों ने संसद भवन पर कब्जा करने की कोशिश की और कई जगह आगजनी की घटना हुई। प्रदर्शन का मुख्य कारण भ्रष्टाचार, सोशल मीडिया पर प्रतिबंध और युवाओं की बढ़ती नाराजगी बताई जा रही है।
प्रधानमंत्री ओली के देश छोड़ने की अटकलें
सूत्रों की मानें तो ओली देश छोड़ सकते हैं, जिसके चलते काठमांडू एयरपोर्ट की सुरक्षा बढ़ा दी गई है और विशेष उड़ानों को तैयार रखा गया है। इस्तीफे के बाद उन्होंने देश की कमान उप प्रधानमंत्री को सौंपी है, हालांकि प्रदर्शनकारी अंतरिम सरकार के गठन और संसद भंग कर नए चुनाव की मांग पर अड़े हुए हैं।
प्रदर्शनकारियों ने न केवल सरकारी इमारतों पर हमला किया, बल्कि प्रमुख राजनीतिक नेताओं के घरों में भी आगजनी की घटनाएं हुईं। इसमें पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’, शेर बहादुर देउबा, इस्तीफा देने वाले गृह मंत्री रमेश लेखक और संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के घर शामिल हैं। हिंसा के कारण अब तक 19 लोगों की मौत हो चुकी है, जिससे देश में भारी तनाव और अशांति व्याप्त है।
मंत्रियों का इस्तीफा देना जारी
-देश में बिगड़ते हालात को देखते हुए कई मंत्री खुद को सरकार से अलग कर चुके हैं।
-गृह मंत्री रमेश लेखक ने हिंसा की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए पहले ही इस्तीफा दे दिया था।
-कृषि मंत्री रामनाथ अधिकारी और जल आपूर्ति मंत्री प्रदीप यादव ने भी अपने-अपने पद छोड़ दिए हैं।
-स्वास्थ्य मंत्री प्रदीप पौडेल और अन्य कई मंत्री नेपाल कांग्रेस के शेखर कोइराला गुट से ताल्लुक रखते हैं, जिन्होंने सरकार से किनारा कर लिया है।
स्थिति इतनी गंभीर हो गई है कि राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल के निजी आवास के बाहर भी आगजनी और गोलीबारी हुई, जिससे सुरक्षा व्यवस्था चरमरा गई। प्रदर्शनकारी इतने आक्रामक हो गए हैं कि सरकारी इमारतों और मंत्रियों के कार्यालयों में फायरिंग और तोड़फोड़ की खबरें लगातार आ रही हैं।
सड़कों पर दहशत, नेताओं के घर बने निशाना
पुलिस गोलीबारी के बाद प्रदर्शन और उग्र हो गया। गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने नेताओं और मंत्रियों के घरों पर हमला करना शुरू कर दिया।
-पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ के घर पर हमला।
-नेपाली कांग्रेस अध्यक्ष शेर बहादुर देउबा का घर बना निशाना।
-गृह मंत्री रमेश लेखक के आवास में लगाई गई आग।
-संचार मंत्री पृथ्वी सुब्बा गुरुंग के घर में भी आगजनी।
क्या अब कार्यवाहक पीएम संभालेंगे मोर्चा?
नेपाल के वरिष्ठ नेता और कपिलवस्तु से सांसद मंगल प्रसाद गुप्ता का कहना है कि देश में यह परंपरा रही है कि ऐसे संकट की स्थिति में सेवानिवृत्त मुख्य न्यायाधीश को कार्यवाहक प्रधानमंत्री नियुक्त किया जा सकता है। उनका कहना है कि वर्तमान हालात में नए चुनावों में समय लगेगा, इसलिए अंतरिम व्यवस्था की ओर बढ़ना ही एकमात्र रास्ता दिखता है।