अमेरिकी सेना को झटकाः चंद मिनट में फाइटर जेट और हेलीकॉप्टर दोनों क्रैश ! ट्रंप बोले-छिपाने को कुछ भी नहीं
punjabkesari.in Monday, Oct 27, 2025 - 05:18 PM (IST)
International Desk: अमेरिकी नौसेना के विमानवाहक पोत यूएसएस निमित्ज (USS Nimitz) पर तैनात एक F/A-18F सुपर हॉर्नेट फाइटर जेट और एक MH-60R सी हॉक हेलीकॉप्टर रविवार को दक्षिण चीन सागर (South China Sea) में मात्र 30 मिनट के अंतराल पर दुर्घटनाग्रस्त हो गए। प्रशांत बेड़े ने बताया कि दोनों हादसे अलग-अलग समय पर हुए, लेकिन दोनों में सभी चालक दल के सदस्य सुरक्षित बचा लिए गए।
🚨 Two U.S. Navy aircraft — an F/A-18F Super Hornet and an MH-60R Seahawk from Carrier Air Wing 17 (CVW-17) aboard USS Nimitz (CVN-68) — went down separately over the South China Sea today. pic.twitter.com/zVrehNGGrR— Aviation Diary (@aviationdiary_) October 27, 2025
नौसेना ने अपने बयान में कहा कि सी हॉक हेलीकॉप्टर के तीनों चालक दल को तुरंत बचा लिया गया, जबकि सुपर हॉर्नेट के दो पायलट विमान से सुरक्षित इजेक्ट होकर बाहर निकल गए। पांचों ‘सुरक्षित और स्थिर स्थिति में हैं’ और उन्हें चिकित्सा सहायता दी गई है। दुर्घटनाओं के कारणों की जांच की जा रही है। शुरुआती रिपोर्टों के अनुसार, हादसे के पीछे ‘खराब ईंधन’ (bad fuel) की संभावना जताई जा रही है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टोक्यो जाते समय पत्रकारों से बातचीत में कहा “ऐसा लगता है कि यह खराब ईंधन का मामला है, छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।” यूएसएस निमित्ज हाल ही में पश्चिम एशिया में अमेरिकी प्रतिक्रिया मिशन के तहत तैनात था, जब यमन के हूती विद्रोहियों ने वाणिज्यिक जहाजों पर हमले किए थे। मिशन पूरा करने के बाद यह पोत अब वाशिंगटन राज्य के बेस किट्सैप (Bremerton) स्थित अपने गृह बंदरगाह लौट रहा था। यह उसकी सेवानिवृत्ति (decommissioning) से पहले की अंतिम तैनाती थी। गौरतलब है कि अमेरिकी नौसेना के दूसरे विमानवाहक पोत यूएसएस हैरी एस. ट्रूमैन पर भी पिछले कुछ महीनों में कई हादसे हो चुके हैं ।
पिछले कुछ महीनों में हुए हादसे
- दिसंबर में, यूएसएस गेटिसबर्ग ने गलती से ट्रूमैन के एक F/A-18 जेट को मार गिराया।
- अप्रैल में, एक अन्य F/A-18 विमान ट्रूमैन के हैंगर डेक से लाल सागर (Red Sea) में गिर गया।
- मई में, एक जेट विमान लैंडिंग वायर पकड़ने में असफल रहा और पानी में गिर गया।
- इन सभी घटनाओं में किसी की मौत नहीं हुई, लेकिन सुरक्षा जांच अब भी जारी है।
