गाजा हमले के बाद इजराइल में सबसे बड़ा ऐतिहासिक प्रदर्शन: सड़कों पर उतरे 5 लाख लोग, PM नेतन्याहू पर भड़के रक्षा मंत्री (Video )
punjabkesari.in Monday, Sep 02, 2024 - 03:14 PM (IST)
International Desk: गाजा क्षेत्र में हाल ही में हुए हमलों के बाद, इजराइल में एक बड़ा और ऐतिहासिक प्रदर्शन हुआ है। इस हमले में कई इजरायली नागरिकों को बंधक बना लिया गया था, जिससे देश भर में गहरी चिंता और आक्रोश फैल गया है। प्रदर्शनकारियों ने बंधकों की तत्काल और सुरक्षित रिहाई की मांग की है और सरकार की सुरक्षा नीतियों पर सवाल उठाया है। उधर, गाजा पट्टी पर इजरायली सेना की बमबारी में 11 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई है। मृतकों में गाजा शहर के एक स्कूल में शरण लिए हुए लोग और डेयर एल-बलाह के पास एक कार में यात्रा कर रहे चार लोग शामिल हैं। फिलिस्तीनियों के शवों को अल-अक्सा शहीद अस्पताल में लाया गया है, जहाँ उनके रिश्तेदार शोक मना रहे हैं।
Wow. Aerial video of massive protest in Tel Aviv, Israel tonight of nearly 300,000 people, demanding a ceasefire hours after bodies of 6 hostages were retrieved from Gaza tunnel. Largest rally since war: pic.twitter.com/2KtqWUk7ef
— Joyce Karam (@Joyce_Karam) September 1, 2024
इजराइल में बंधकों की रिहाई की मांग के लिए लगभग 5 लाख लोग सड़कों पर उतरे। यह इजराइल के इतिहास में सबसे बड़ा प्रदर्शन है, जिसमें नागरिक, सामाजिक कार्यकर्ता, और विभिन्न राजनीतिक दलों के लोग शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने बंधकों की रिहाई के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग की। साथ ही, उन्होंने सुरक्षा के मुद्दों पर सरकार की नीतियों की आलोचना की, और सरकार से जवाबदेही की मांग की।
As tens of thousands protest in Tel Aviv to demand Netanyahu allow a prisoner exchange/ceasefire, Israeli forces are responding with stun grenades.
Israel has been at war with its neighbors since its inception. Now it appears it may go to war with itself.pic.twitter.com/55eEI1T40p
— Wyatt Reed (@wyattreed13) September 1, 2024
इजराइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक रूप से प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की नीतियों की आलोचना की। गैलंट ने कहा कि सरकार ने सुरक्षा उपायों को उचित तरीके से लागू नहीं किया और बंधकों के मामले में सही दिशा में काम नहीं किया। गैलंट ने नेतन्याहू की सरकार पर आरोप लगाया कि उसने सुरक्षा स्थिति की गंभीरता को समझने में चूक की है और बंधकों की रिहाई के लिए प्रभावी प्रयास नहीं किए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को स्थिति को गंभीरता से लेना चाहिए और नागरिकों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने प्रदर्शनकारियों की चिंताओं को स्वीकार करते हुए कहा कि सरकार बंधकों की रिहाई के लिए सभी संभव प्रयास करेगी। उन्होंने सुरक्षा उपायों को सख्त करने और स्थिति की समीक्षा करने का आश्वासन दिया। सरकार ने बंधकों की स्थिति की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की है और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए सुरक्षा बलों को सक्रिय किया है। साथ ही, बंधकों की सुरक्षित रिहाई के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग और समर्थन भी प्राप्त किया जा रहा है।
प्रदर्शन ने इजराइल में गहरी सामाजिक और राजनीतिक असंतोष को उजागर किया है। नागरिकों ने सरकार की सुरक्षा नीतियों और निर्णय लेने की प्रक्रियाओं पर सवाल उठाए हैं। यह प्रदर्शन आगामी चुनावों और राजनीतिक परिदृश्य पर प्रभाव डाल सकता है। विभिन्न राजनीतिक दलों ने प्रदर्शनकारियों की मांगों का समर्थन किया है और सरकार से ठोस कार्रवाई की मांग की है। इस तरह, इजराइल में बंधकों की रिहाई के लिए हुआ यह प्रदर्शन देश की राजनीति और सुरक्षा नीतियों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल रहा है। सरकार को इस संकट का समाधान निकालने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।