4000 वर्षों बाद फिर जिंदा होंगे मैमथ

punjabkesari.in Sunday, Feb 04, 2018 - 12:41 PM (IST)

नेशनल डेस्कः विश्व भर में देखी गई ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘द जुरासिक पार्क’ में पत्थरों में संरक्षित कीटों से निकाले गए डी.एन.ए. द्वारा वैज्ञानिकों ने डायनासोरों के क्लोन को तैयार किया था। खैर वह तो एक काल्पनिक फिल्म थी परंतु कुछ इसी तरह की तकनीक को हॉर्वर्ड के वैज्ञानिक हकीकत में बदलने के प्रयास कर रहे हैं। उनके प्रयास सफल रहे तो इस तकनीक के बूते अपने अस्तित्व के खात्मे के 4000 वर्षों बाद प्राचीन हाथी यानी वूल्ली मैमथ एक बार फिर 21वीं सदी में जिंदा हो सकते हैं। हार्वर्ड के वैज्ञानिकों की एक टीम गत दो वर्षों से एक डी.एन.ए. एडिटिंग तकनीक पर काम कर रही है ताकि प्राचीन हाथियों का निर्माण किया जा सके।

इस टीम का लक्ष्य एक ऐसा हाइब्रिड भ्रूण तैयार करना है जो इन प्राचीन मैमथ और आधुनिक हाथियों के डी.एन.ए. से तैयार हो सके। वैज्ञानिकों का दावा है कि वे सफलता के बेहद करीब हैं और अगले दो वर्षों में वे इस भू्रण को बनाने में कामयाब होंगे। इसके बाद इस भ्रूण को किसी असली हाथी के अंदर सुरक्षित रखा जाएगा या फिर किसी कृत्रिम कोख में रखा जाएगा। हालांकि, इसे हाथी की कोख में रखना एक तरह से क्रूरता होगा इसलिए अधिक संभावना है कि कृत्रिम कोख का ही इस्तेमाल किया जाएगा।


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