ऋषि सुनक को भारत में मिले सम्मान पर बौखलाए खालिस्तानी, जग्गी जौहल को रिहा करने की फिर उठाई मांग

punjabkesari.in Tuesday, Sep 19, 2023 - 12:40 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: G20 सम्मेलन में भाग लेने आए यू.के. के भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक को भारत में मिले सम्मान से यू.के. के खालिस्तानी बौखलाए हुए हैं। सुनक के वतन वापसी पर सिख फैडरेशन यू.के. के गठन की 20वीं वर्षगांठ के संबंध में बर्मिघम के गुरुद्वारा स्मैदिक में आयोजित एक कांक्रम के दौरान यूके में भी सिख समुदाय को कनाडा की तरह बड़ी राजनीतिक ताकत के तौर पर उभारने पर विचार चर्चा हुई।

गौरतलब है कि कनाडा में 2021 के चुनाव में भारतीय मूल के 17 सांसद चुने गए थे और इनमें से अधिकतर सांसद सिख समुदाय के हैं और कनाडा की जस्टिन टूडो सरकार में भी कई सिख मंत्री शामिल हैं। यही कारण है कि सिख समुदाय का समर्थन करने के लिए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टूटी कनाडा में भारत विरोधी तत्वों को पनाह दे रहे हैं और खुलेआम खालिस्तानी रिफ्रडम करवाया जा रहा है। अब यू. के. में भी सिख समुदाय बसी हो राजनीतिक ताकत के तौर पर खड़े होने की योजना बना है।

कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए फैडरेशन के चेयरमैन अमरीक सिंह गिल ने कहा कि ऋषि सुनक की कंजपेंटिव पार्टी की स्थिति को बहाल करने में काम रहे हैं और अगले चुनाव में सिख समुदाय के लोग अपने समुदाय के सांसदों की संख्या 2 से बढ़कर 9 होने की उम्मीद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यू.के. में अगली सरकार लेबर पार्टी की आएगी और यह सरकार अगले 10 साल तक रह सकती है और यू.के. में सिखों बढ़ जाती है हम सिख मैनीफेस्टो से संबधित बहुस सारे मुद्दों को बेहतर तरीके से उठा सकते हैं क्योंकि सिख समुदाय का राजनीतिक प्रतिनिधित्व अगली सरकार में बढ़ जाएगा।

वक्ताओं ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राइट विंग की सरकार के साथ संबंधों को लेकर ऋषि सुनक की सरकार राजनीतिक दायरे में कमजोर व विवादपूर्ण साबित हुई है। ऋषि सुनक के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारतीय अधिकारी बेशर्मी के साथ सुनक की हिंदू पहचान और भारत के साथ पारिवारिक संबंधों का शोषण कर रहे हैं। वक्ताओं ने इस दौरान भारत विरोधी टिप्पणियां करते हुए कहा कि 2047 से पहले भारत के कई टुकड़े हो जाएंगे। इस दौरान शिरोमणि अकाली दल अमृतसर से अलविदा कह चुके कुलवंत सिंह मुड़ा बलविंद्र सिंह ढिल्लों को सिरोपा देकर पार्टी में शामिल किया गया।

मुड़ा ने आरोप लगाया कि भारतीय खुफिया एजेंसी एन.आई.ए. भारत में सिख परिवारों को डराने का काम कर रही है और एजेंसी ने यू.के. के नागरिक जौहल को जेल में बंद कर रखा है, लेकिन इसके बावजूद वह डरेंगे नहीं और उनके खून का एक-एक कतरा खालिस्तान की विचारधारा के प्रति समर्पित है। गौरतलब है कि ऋषि सुनक के भारत दौरे से पहले यू.के. के मीडिय में यह खबर थी कि ऋषि सुनक भारत के साथ बग्गी जौहल की रिहाई का मसला उठा सकते हैं, लेकिन ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने भारत के सामने ऐसी कोई मांग नहीं रखी। इससे भी यू.के. के खालिस्तानी बौखलाए हुए हैं और अपनी राजनीतिक हैसियत मजबूत करने के लिए लामबंद हो रहे हैं।


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Content Editor

rajesh kumar

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