क्या ट्रंप को मिलेगा चुप रहने के पैसे देने का हिसाब? जानिए उनकी सजा और राष्ट्रपति पद पर असर

punjabkesari.in Saturday, Jan 04, 2025 - 02:23 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिका के मैनहट्टन न्यायालय के न्यायाधीश जुआन एम. मर्चेन ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चुप रहने के लिए पैसे देने के मामले में सजा सुनाने की तारीख 10 जनवरी 2024 तय की है। इस फैसले में ट्रंप को जेल की सजा का कोई संकेत नहीं है, जिससे यह साफ हो गया कि वे इस मामले में सीधे तौर पर कारागार नहीं जाएंगे। हालांकि, उन्हें जुर्माना या परिवीक्षा (अपराधी को एक निश्चित समय तक कड़ी निगरानी में रखना) की सजा मिल सकती है। यह निर्णय उस विवादित मामले का हिस्सा है, जिसमें ट्रंप ने साल 2016 के चुनाव से पहले पोर्न एक्टर स्टॉर्मी डेनियल्स को पैसे दिए थे।

चुप रहने के पैसे का मामला
यह मामला साल 2016 के चुनाव से जुड़ा हुआ है, जब डोनाल्ड ट्रंप ने स्टॉर्मी डेनियल्स को पैसे दिए थे ताकि वह अपने और ट्रंप के बीच कथित यौन संबंधों की कहानी न फैलाए। ट्रंप का कहना था कि डेनियल्स की कहानी झूठी है और उन्होंने किसी गलत काम का अंजाम नहीं दिया। हालांकि न्यायालय ने ट्रंप को दोषी ठहराया और इस मामले में सजा सुनाने का आदेश दिया।

न्यायाधीश का निर्णय और ट्रंप की प्रतिक्रिया
न्यायाधीश मर्चेन ने स्पष्ट किया कि ट्रंप की स्थिति, क्योंकि वे राष्ट्रपति बनने वाले  हैं तो उन्हें प्रतिरक्षा का अधिकार नहीं है। मर्चेन ने अपने 18-पृष्ठ के फैसले में कहा कि राष्ट्रपति होने के बावजूद ट्रंप को कोई विशेष छूट नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि यह निर्णय न्याय के हित में है और ट्रंप को अपने अधिकारों के तहत न्यायालय में पूरी तरह से पेश होने का अवसर मिलेगा। ट्रंप ने इस फैसले को "राजनीतिक हमला" करार दिया। उन्होंने इसे एक "धांधली" कहा, लेकिन न्यायालय ने उनके तर्क को नकारा दिया।

सजा की संभावनाएँ और अपील की प्रक्रिया
फैसले के बाद, ट्रंप के वकील इस सजा के खिलाफ अपील करने का इरादा रखते हैं। उन्होंने यह तर्क दिया कि राष्ट्रपति पद के कारण ट्रंप को किसी विशेष अधिकार से वंचित नहीं किया जा सकता है। हालांकि, न्यायाधीश मर्चेन ने यह साफ किया कि राष्ट्रपति पद की गरिमा ट्रंप को इस मामले में नहीं बचा सकती। मर्चेन ने यह भी कहा कि अगर ट्रंप दोषी साबित होते हैं तो उन्हें सजा दी जाएगी।

ट्रंप के राष्ट्रपति पद और कानूनी चुनौतियाँ
डोनाल्ड ट्रंप चुनाव जीतने के बाद पहले राष्ट्रपति है जो राष्ट्रपति पद संभालने के दौरान किसी आपराधिक मामले में दोषी पाए गए हैं। ट्रंप पहले व्यक्ति हैं जो राष्ट्रपति पद के लिए दौड़ते हुए दोषी ठहराए गए थे। उनके खिलाफ विभिन्न आरोप हैं, जिसमें चुनावी धोखाधड़ी और सरकारी दस्तावेज़ों के दुरुपयोग के मामले भी शामिल हैं। इस बीच अन्य कानूनी मामलों में भी उनके खिलाफ कार्रवाई जारी है लेकिन चुप रहने के पैसे का मामला उनकी कानूनी लड़ाई का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बना हुआ है।

ट्रंप के वकीलों का तर्क और न्यायालय का रुख
ट्रंप के वकीलों ने यह आग्रह किया कि उनकी दोषसिद्धि को रद्द किया जाए क्योंकि राष्ट्रपति पद की स्थिति को ध्यान में रखते हुए उनके खिलाफ सजा सुनाना असंवैधानिक होगा। इसके बावजूद न्यायाधीश मर्चेन ने इस तर्क को खारिज कर दिया और कहा कि यह कदम कानून के शासन को कमजोर करेगा। मर्चेन ने ट्रम्प की स्थिति को राष्ट्रपति प्रतिरक्षा से बाहर रखा, जिससे यह साफ हो गया कि ट्रंप को किसी भी प्रकार की छूट नहीं मिलेगी।

भविष्य में कानूनी लड़ाई और ट्रंप के संभावित कदम
ट्रंप का कहना है कि यह मामला एक "अवैध राजनीतिक हमला" है और वह इसके खिलाफ अपील करने का इरादा रखते हैं। उनके वकील विभिन्न कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं, जिसमें मामले को स्थगित करना या अन्य कानूनी कारणों से इसे खारिज करना शामिल है। यदि ट्रंप इस फैसले के खिलाफ अपील करते हैं, तो यह प्रक्रिया लंबी हो सकती है लेकिन यह मामला अमेरिकी राजनीति और कानूनी प्रणाली में महत्वपूर्ण बन चुका है।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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