गाजा में फिर तबाही की आहट: इजराइल ने बड़े हमले से पहले दिया ऱफा खाली करने का आदेश
punjabkesari.in Monday, Mar 31, 2025 - 03:36 PM (IST)

International Desk: इजराइल की सेना ने सोमवार को गाजा पट्टी के दक्षिणी शहर रफा के अधिकांश हिस्सों को खाली करने के आदेश जारी किए हैं, जो गाजा पट्टी के सबसे दक्षिणी शहर में इजराइली सेना द्वारा एक और बड़ा जमीनी अभियान शुरू करने के संकेत हैं। इजराइल ने इस महीने की शुरूआत में हमास समूह के साथ अपने युद्ध विराम को समाप्त कर दिया और हवाई एवं जमीनी युद्ध को फिर से शुरू कर दिया। मार्च की शुरूआत में इसने क्षेत्र के लगभग 20 लाख फलस्तीनियों को भोजन, ईंधन, दवा और मानवीय सहायता की सभी आपूर्ति काट दी ताकि हमास पर युद्ध विराम समझौते में बदलावों को स्वीकार करने का दबाव बनाया जा सके। निकासी के आदेश लगभग पूरे शहर और आस-पास के इलाकों के लिए जारी किए गए प्रतीत होते हैं।
सेना ने फलस्तीनियों को मुवासी की ओर जाने का आदेश दिया, जो तट के किनारे तंबुओं वाला रिहायशी इलाका है। यह आदेश ईद-उल-फित्र के दौरान आया, जो आम तौर पर रमजान के पाक महीने के दौरान रोजे की समाप्ति पर महीने के आखिर में मनाया जाने वाला एक त्योहार है। पिछले साल मई में इजराइल ने मिस्र की सीमा पर रफा में एक बड़ा अभियान चलाया, जिससे इसका बड़ा हिस्सा बर्बाद हो गया। सेना ने सीमा पर एक रणनीतिक गलियारे के साथ-साथ मिस्र के साथ ‘रफा क्रॉसिंग' पर भी कब्जा कर लिया, जो गाजा का बाहरी दुनिया के लिए एकमात्र प्रवेश द्वार है, जिस पर इजराइल का नियंत्रण नहीं था। जनवरी में अमेरिकी दबाव में हमास के साथ किए गए युद्ध विराम के तहत इजराइल को गलियारे से हटना था, लेकिन बाद में उसने हथियारों की तस्करी को रोकने की आवश्यकता का हवाला देते हुए ऐसा करने से इनकार कर दिया।
सोमवार को जारी किए गए ये आदेश इजराइल द्वारा युद्धविराम समाप्त करने और इस महीने की शुरुआत में हमास के खिलाफ हवाई एवं जमीनी युद्ध को फिर से शुरू करने के बाद आए हैं। इजराइल ने अपने सैन्य अभियान को तेज करने का संकल्प जताया है और कहा है कि जब तक हमास शेष 59 बंधकों को रिहा नहीं कर देता तब तक वह अभियान जारी रखेगा। इन 59 बंधकों में से 24 के जीवित होने का अनुमान है। इजराइल ने यह भी मांग की है कि हमास हथियार छोड़ और क्षेत्र छोड़ दे। ये शर्तें युद्धविराम समझौते में शामिल नहीं थीं और इन्हें हमास ने अस्वीकार कर दिया है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को कहा कि इजराइल युद्ध के बाद गाजा में सुरक्षा की जिम्मेदारी लेगा और गाजा की आबादी को दूसरे देशों में बसाने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्ताव को लागू करेगा। नेतन्याहू ने इसे ‘‘स्वैच्छिक प्रवास'' बताया।
हालांकि इस योजना को फिलीस्तीनियों ने सार्वभौमिक रूप से अस्वीकार कर दिया है, जो इसे अपनी मातृभूमि से जबरन निष्कासन के रूप में देखते हैं और मानवाधिकार विशेषज्ञों का कहना है कि इससे अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन की आशंका है। इस बीच, हमास ने हस्ताक्षरित समझौते को लागू करने पर जोर दिया है, जिसमें कहा गया है कि स्थायी युद्ध विराम और इजराइल की वापसी के बदले में शेष बंधकों को रिहा किया जाएगा। समझौते के उन हिस्सों पर बातचीत फरवरी में शुरू होनी थी, लेकिन केवल प्रारंभिक वार्ता हुई है। युद्ध तब शुरू हुआ जब हमास के नेतृत्व वाले आतंकवादियों ने सात अक्टूबर, 2023 को इजराइल में धावा बोल दिया, सैन्य ठिकानों और खेतिहर किसानों को निशाना बनाया तथा लगभग 1,200 लोगों को मार डाला, जिनमें ज्यादातर आम नागरिक थे।
आतंकवादियों ने 251 लोगों को बंधक बना लिया, जिनमें से अधिकांश को युद्ध विराम या अन्य समझौतों के तहत रिहा कर दिया गया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इजराइल के जवाबी हमले में 50,000 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं, हालांकि मंत्रालय ने यह नहीं बताया कि इनमें से कितने आम नागरिक या लड़ाके थे। युद्ध के चरम पर गाजा की लगभग 90 प्रतिशत आबादी विस्थापित हो गई जिसमें से कई लोगों को कई बार पलायन करने पर मजबूर होना पड़ा। गाजा के बड़े क्षेत्र पूरी तरह से नष्ट हो चुके हैं और यह स्पष्ट नहीं है कि वहां कब और कैसे पुनर्निर्माण किया जाएगा।