इजरायल का सख्त अल्टीमेटम: अब ईरान समझ नहीं पाएगा क्या और कैसे हुआ, बाइडेन-नेतन्याहू में हुई बातचीत

punjabkesari.in Thursday, Oct 10, 2024 - 12:56 PM (IST)

International Desk: इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट (Israeli Defence Minister Yoav Gallant ) के बयान के बाद इजरायल और ईरान (Iran) के बीच तनाव नए स्तर पर पहुंच गया है । गैलेंट ने बुधवार को ईरान के खिलाफ कठोर लहजे में कहा कि इजरायल का हमला घातक, सटीक और अप्रत्याशित होगा। ईरान के लिए यह इतना तेज़ और प्रभावी होगा कि उसे समझ भी नहीं आएगा कि क्या हुआ। यह बयान इजरायल पर ईरान के मिसाइल हमलों के जवाब में आया है, जो पहले से अशांत मिडिल ईस्ट में तनाव को और बढ़ा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो इजरायल, ईरान के प्रमुख तेल ठिकानों को निशाना बनाने की योजना बना रहा है। माना जा रहा है कि ये हमले ईरान की अर्थव्यवस्था को गहरा नुकसान पहुंचाने के लिए होंगे, क्योंकि ईरान की बड़ी आर्थिक ताकत उसके तेल क्षेत्र हैं। इसके अलावा, इजरायल के अन्य लक्ष्यों में ईरान के परमाणु ठिकाने भी शामिल हो सकते हैं।

 

इजरायल पर हमला करने वाला हर देश भुगतेगा परिणामः गैलेंट
इजरायल के रक्षा मंत्री योआव  गैलेंट ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि इजरायल हर उस देश या गुट को जवाब देगा जो उस पर हमला करने का साहस करेगा। उनका इशारा न सिर्फ ईरान की तरफ था, बल्कि ईरान समर्थित हिज़बुल्लाह के आतंकियों की तरफ भी था, जो लेबनान और गाजा में इजरायल के खिलाफ सक्रिय हैं। हिज़बुल्लाह और इजरायल के बीच बढ़ती लड़ाई इस क्षेत्र के संघर्ष को और भड़काने का काम कर रही है।इस बढ़ते तनाव के बीच, अमेरिका स्थिति को नियंत्रण में लाने की कोशिश कर रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) और इजरायल (Israel) के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ( Prime Minister Benjamin Netanyahu) के बीच बुधवार को बातचीत हुई, जिसमें उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी शामिल थीं। यह चर्चा अगस्त के बाद दोनों नेताओं के बीच पहली बातचीत थी, जो ऐसे समय में हो रही है जब मिडिल ईस्ट में तनाव की स्थिति और बिगड़ रही है।

 

संघर्ष को लेकर बाइडेन और नेतन्याहू के बीच मतभेद
हालांकि, बाइडेन और नेतन्याहू के बीच संबंध हाल के महीनों में खासे तनावपूर्ण रहे हैं। कई रिपोर्टों के अनुसार, बाइडेन और नेतन्याहू के बीच गाजा और हिज़बुल्लाह के साथ इजरायल के संघर्ष को लेकर मतभेद रहे हैं। बाइडेन ने नेतन्याहू की रणनीति की कड़ी आलोचना की थी, विशेष रूप से जुलाई में हुए इजरायली हमलों के बाद। अमेरिकी अधिकारियों ने इजरायल की कुछ सैन्य कार्रवाइयों को लेकर असंतोष व्यक्त किया है, खासकर तब जब इन कार्रवाइयों के बारे में अमेरिका को जानकारी देर से मिली।पत्रकार बॉब वुडवर्ड की आगामी पुस्तक "वॉर" में यह बताया गया है कि बाइडेन ने नेतन्याहू पर आरोप लगाते हुए कहा था कि इजरायल की कोई ठोस रणनीति नहीं है। बाइडेन ने एक घटना में गुस्से में कहा, "बीबी, क्या बकवास है?"

 

ईरान की प्रतिक्रिया  
ईरान ने इजरायल की धमकी का गंभीर जवाब दिया है। ईरान के नेताओं ने स्पष्ट किया है कि अगर इजरायल ने हमला किया, तो इसका नतीजा विनाशकारी होगा। ईरान का दावा है कि उसके पास इजरायल को जवाब देने के लिए तैयार ताकत है और वह किसी भी बड़े हमले का जवाब पूरी ताकत से देगा।इस बीच, ईरान और इजरायल समर्थित गुटों के बीच बढ़ते संघर्ष को लेकर मिडिल ईस्ट में चिंताएं बढ़ रही हैं। हिज़बुल्लाह, जो ईरान का समर्थन करता है, लेबनान के जरिए इजरायल पर हमले कर रहा है, और इजरायल इन हमलों का जवाब देने के लिए तैयार दिख रहा है।

 

युद्धविराम के लिए दबाव  और इजरायल का रुख
अमेरिका और अन्य पश्चिमी सहयोगी इजरायल पर गाजा और लेबनान में युद्धविराम के लिए दबाव डाल रहे हैं। लेकिन इजरायल का रुख अब तक कड़ा रहा है। इजरायल का कहना है कि जब तक उसकी सुरक्षा पूरी तरह सुनिश्चित नहीं हो जाती, तब तक वह अपने सैन्य अभियानों को रोकने वाला नहीं है। नेतन्याहू ने स्पष्ट कर दिया है कि इजरायली नागरिकों की सुरक्षा उनकी पहली प्राथमिकता है, और वे किसी भी दबाव के आगे झुकने को तैयार नहीं हैं। पिछले हफ्ते बाइडेन ने कहा था कि अगर वे इजरायल की जगह होते, तो ईरानी तेल ठिकानों पर हमले के विकल्पों पर विचार कर रहे होते। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वे ईरान के परमाणु ठिकानों पर इजरायल के हमले का समर्थन नहीं करेंगे।

  


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Content Writer

Tanuja

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