इजराइल में औपचारिक कार्यक्रम बगैर ही नई सरकार ने कार्यभार संभाला, जाने कौन हैं PM नफ्ताली बेनेट ?
punjabkesari.in Monday, Jun 14, 2021 - 05:17 PM (IST)
यरूशलम: इजराइल में 12 वर्षों के बाद सोमवार को नई सरकार ने कार्यभार संभाल लिया। रविवार को नए प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने संसद में बहुमत प्राप्त किया और लंबे समय से पद पर आसीन बेंजामिन नेतन्याहू की विदाई हुई। दोनों को आज दिन में कार्यभार सौंपने के संबंध में बैठक करनी थी लेकिन औपचारिक कार्यक्रम के बगैर नई सरकार ने कामकाज शुरू कर दिया। सरकार बदलने पर परंपरागत रूप से औपचारिक कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।इजराइल की संसद नेसेट में रविवार को बेनेट नीत गठबंधन सरकार को मामूली अंतर से बहुमत हासिल हुआ जिसके बाद नेतन्याहू का ऐतिहासिक 12 वर्षों का कार्यकाल समाप्त हो गया।
नेतन्याहू को शकः बेनेट -लापिद ने उनके साथ ‘‘धोखा'' किया
कभी नेतन्याहू के सहयोगी रहे बेनेट ने रविवार को नेसेट में 59 के बजाए 60 वोटों से जीत हासिल की। इससे पहले इजराइल की 120 सदस्यीय संसद ‘नेसेट’ में 60 सदस्यों ने पक्ष में और 59 सदस्यों ने विरोध में मतदान किया। इस दौरान एक सदस्य अनुपस्थित रहा। पूर्व प्रधानमंत्री अब विपक्ष के नेता के तौर पर काम करेंगे। लिकुड पार्टी के सांसद डेविड बिटान ने ‘कान पब्लिक रेडियो' से कहा कि नेतन्याहू ने बेनेट के साथ कार्यभार सौंपने का कार्यक्रम नहीं रखा क्योंकि उन्हें लगता है कि बेनेट - लापिद सरकार ने उनके साथ ‘‘धोखा'' किया है और ‘‘इस मामले को थोड़ा भी वैधानिक रूप वह नहीं देना चाहते हैं।'' गठबंधन सरकार में बेनेट पहले दो वर्ष के कार्यकाल तक प्रधानमंत्री रहेंगे और फिर विदेश मंत्री याइर लापिद प्रधानमंत्री बनें।
विश्व के नेताओं ने बेनेट को दी बधाई
हालांकि गठबंधन का सूत्रधार लापिद को ही बताया जाता है। नई सरकार ने रविवार की देर रात शपथ ली, सोमवार को सुबह से उसने काम शुरू कर दिया और मंत्रियों ने अपने मंत्रालयों में नए निदेशकों की नियुक्तियां शुरू कर दीं। निवर्तमान राष्ट्रपति रूवेन रिवलिन ने बेनेट, लापिद और कैबिनेट के अन्य सदस्यों की यरूशलम स्थत अपने आवास पर नई सरकार के आधिकारिक फोटो सत्र के लिए अगवानी की। बेनेट और लापिद ने संवाददाताओं से बात करने से इंकार कर दिया। नेतन्याहू के सहयोगी तोपाज लुक ने ‘आर्मी रेडियो' से कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ‘‘इस खतरनाक और भयावह सरकार'' से विपक्ष के नेता के तौर पर लड़ेंगे । विश्व के नेताओं ने बेनेट को इजराइल का 13वां प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां ट्वीट कर बेनेट और लापिद को बधाई दी वहीं अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने लापिद से फोन पर बात की।
नई सरकार में 27 मंत्री, 9 महिलाएं शामिल
नयी सरकार में 27 मंत्री हैं जिनमें से नौ महिलाएं हैं। नयी सरकार के लिए अलग-अलग विचारधारा के दलों ने गठबंधन किया है। इनमें दक्षिणपंथी, वाम, मध्यमार्गी के साथ अरब समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाली एक पार्टी भी है। येश एतिद पार्टी के मिकी लेवी को संसद का स्पीकर चुना गया। उनके पक्ष में 67 सदस्यों ने मतदान किया।
जानें कौन हैं इजराइल के 13वें प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट
- नफ्ताली ने साल 2005 में अपना टेक स्टार्टअप 14.5 करोड़ डॉलर में बेचने के बाद राजनीति में एंट्री ली थी।
- बेनेट एक धर्मपरायण यहूदी हैं जिन्होंने विशेषकर धर्मनिरपेक्ष हाई-टेक क्षेत्र से लाखों कमाए हैं।
- पुनर्वास आंदोलन के अगुआ रहे बेनेट तेल अवीव उपनगर में रहते हैं।
- वह बेंजामिन नेतन्याहू के पूर्व सहयोगी रहे हैं।
- नेतन्याहू के 12 साल के शासन को खत्म करने के लिए बेनेट ने मध्य और वाम धड़े के दलों से हाथ मिलाया है।
- उनकी घोर राष्ट्रवादी यामिना पार्टी ने मार्च में हुए चुनाव में 120 सदस्यीय नेसेट (इजराइल की संसद) में महज सात सीटें जीती थीं।
- लेकिन उन्होंने नेतन्याहू या अपने विरोधियों के आगे घुटने नहीं टेके और ‘किंगमेकर' बन कर उभरे।
- अपनी धार्मिक राष्ट्रवादी पार्टी से एक सदस्य के पार्टी छोड़ने के बावजूद आज सत्ता का ताज उनके सिर पर है।
- बेनेट लंबे समय तक नेतन्याहू का दाहिना हाथ रहे लेकिन वह उनके गठबंधन के तौर तरीकों से नाखुश थे।
- संसद में कम बहुमत के बावजूद वह दक्षिणपंथी, वामपंथी और मध्यमार्गी दलों के साथ गठबंधन कर सरकार बनाने में सफल रहे।
- इस वजह से आगे उनके लिए रास्ता आसान नहीं होगा।
- बेनेट फिलीस्तीनी स्वतंत्रता के विरोधी हैं ।
- वह कब्जे वाले वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम में यहूदी बस्तियों के घोर समर्थक हैं जिसे फिलीस्तीनी शांति प्रक्रिया में बड़ा अवरोधक मानते हैं।