इजराइल-फिलीस्तीन संघर्षः डर के साए में रहने को मजबूर गाजा के लोग

punjabkesari.in Saturday, May 15, 2021 - 10:01 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः इजरायल और फिलीस्तीन के बीच जारी संघर्ष से गाजा के लोग डर के साए में जीने को मजबूर हैं। न जाने किस देश का बम उनकी मौत बनकर आ आए। इजरायल और फिलीस्तीन के बीच जारी संघर्ष में अब तक 9 लोगों की जान जा चुकी है। ईद के मौके पर 30 वर्षीय पत्रकार रीमा साद और उसका परिवार एक एक दूसरे को सांत्वना देने में जुटे रहे।

दरअसल, ईद-उल-फितर की पूर्व संध्या पर जब सभी मुस्लिम परिवार रमजान के अंतिम दिन एक-दूसरे के साथ खुशियां बांट रहे थे। तभी कुछ परिवारों के घरों पर बम मौत बनकर बरसे और कई घरों में आग लग गई, इस हमले में रीमा साद और उनका पांच साल का बेटा ज़ैद नहीं बचे।

गाजा में अल-शाती शरणार्थी शिविर में इजरायल की सेना के हवाई हमले में कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई। अल-जजीरा प्रसारक ने अपनी रिपोटर् में यह जानकारी दी। एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक हवाई हमले में 10 लोग मारे गये हैं जबकि 30 अन्य घायल हुए हैं।

फिलीस्तीनी विद्रोहियों और इजरायली सेना के बीच गाजा पट्टी सीमा पर सोमवार से संघर्ष जारी है। फिलिस्तीनी आतंकवादियों ने इज़राइल की ओर लगभग 2,000 रॉकेट लॉन्च किए हैं, जबकि इज़राइल हमास इस्लामी आंदोलन के खिलाफ कई जवाबी हमले कर रहा है।

गौरतलब है कि वर्ष 2014 के बाद से भीषण गोलाबारी ने अरब-यहूदी शहरों में सांप्रदायिक हिंसा को जन्म दिया और यह वेस्ट बैंक तक फैल गया। सोमवार शाम से अब तक गाजा पट्टी से इस्राइल में करीब 1,800 रॉकेट दागे जा चुके हैं, जिसने फलस्वरूप इजरायल ने हमास के खिलाफ हमलों को जवाब दिया है।

यूएन ने की शांति की अपील
संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार प्रमुख ने शनिवार को इजराइल और गाजा के चरमपंथी संगठन हमास से तनाव कम करने और हिंसक कार्रवाई को रोकने की अपील की। जिनेवा में शनिवार को जारी एक बयान में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार की उच्चायुक्त मिशेल बाचेलेत ने कहा, '' दोनों पक्षों के नेताओं की ओर से जारी भड़काऊ बयानबाजी तनाव को शांत करने के बजाय इसे बढ़ावा देने जैसी जान पड़ती है।'' इजराइल के हवाई हमले में गाजा स्थित एक बहुमंजिला इमारत को गिराये जाने के कुछ ही देर पहले शनिवार को बाचेलेत का यह बयान सामने आया।  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Yaspal

Recommended News

Related News