ईरान: उड़ान भरते ही तेहरान के पास यूक्रेन का बोइंग विमान क्रैश, सभी 176 यात्रियों की मौत

Wednesday, Jan 08, 2020 - 04:29 PM (IST)

तेहरान: तेहरान से उड़ान भरने के थोड़ी देर बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हुए यूक्रेन के विमान में सवार सभी 176 लोग मारे गए हैं। मारे गए यात्रियों में सबसे ज्यादा ईरान और कनेडियन नागरिक हैं। विमान क्रैश में मरे 176 लोगों में 82 ईरानी व 63 कनेडियन नागरिक हैं। इसके अलावा यूक्रेन के 11, स्वीडन के 10, अफनागिस्तान के 4, जर्मनी के 3 और यूके के 3 लोग सवार थे।

ईरान के सड़क एवं परिवहन प्राधिकरण के प्रवक्ता कासिम बिनियाज ने बताया कि विमान ने ईरान की राजधानी स्थित इमाम खमनेई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरी और तभी उसके एक इंजन में आग लग गई। बिनियाज ने आधिकारिक समाचार एजेंसी ‘आईआरएनए' को बताया कि इसके पास विमान के पायलट ने नियंत्रण खो दिया, जिससे वह जमीन पर आ गिरा। बिनियाज ने बताया कि 167 यात्री और चालक दल के 9 सदस्य यूक्रेन की राजधानी जा रहे विमान में सवार थे।

ईरान में विमान क्रैश के बाद न्यूक्लियर पावर प्लांट के पास भूकंप के झटके

वेबसाइट ‘फ्लाइटरडार24' के अनुसार यूक्रेन अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइन की यूक्रेन 737-800 ने बुधवार सुबह उड़ान भरी थी और उसके तुरंत बाद ही वह रुक गया। एयरनाइन ने अभी तत्काल इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। यह हादसा तेहरान के दक्षिण पश्चिमी उपनगर पारंद के पास हुआ। रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइन के विमान बोइंग 732 ने स्थानीय समयानुसार 05ः15 में उड़ान भरी थी। यह विमान यूक्रेन की राजधानी कीव स्थित बोरिस्पिल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए रवाना हुआ था कि अचानक यह हादसा हो गया। ईरानी विमानन संगठन के प्रवक्ता रेजा जफरजादेह ने कहा,‘‘घटना की सूचना मिलने के बाद राष्ट्रीय उड्डयन विभाग की एक जांच टीम को घटनास्थल पर भेज दिया गया।

तकनीकी खराबी के चलते विमान क्रैश
यह विमान यूक्रेन की राजधानी कीव स्थित बोरिस्पिल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए रवाना हुआ था कि अचानक यह हादसा हो गया। ईरानी विमानन संगठन के प्रवक्ता रेजा जफरजादेह ने कहा,‘‘घटना की सूचना मिलने के बाद राष्ट्रीय उड्डयन विभाग की एक जांच टीम को घटनास्थल पर भेज दिया गया। हम आने वाले बुलेटिनों में और जानकारी देंगे। इस दुर्घटना का कारण विमान में तकनीकी खराबी बताई जा रही है।

यह हादसा ईरान की ओर से इराक स्थित अमेरिकी और गठबंधन सेना के दो ठिकानों पर हुए कई मिसाइल हमलों के चंद घंटों के भीतर ही हुआ।

ऐसे शुरू हुआ अमेरिका और ईरान के बीच तनाव

  • अमेरिका और ईरान के बीच पिछले कई महीनों से तनाव की स्थिति बनी हुई है, जो अमेरिकी हवाई हमले में ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद और बढ़ गई है।
  • 8 अप्रैल 2019 को वाशिंगटन ने ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर को ‘‘आतंकवादी'' समूह घोषित किया। उसका कुर्द बल भी काली सूची में है। इसके बाद छुटपुट हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कई बार ईरान को चेताया।
  • 29 दिसंबर 2019 को अमेरिका ने इराक में ईरान समर्थित एक समूह पर हवाई हमले किए जिसमें कम से कम 25 लड़ाके मारे गए। ये 27 दिसम्बर को इराक में अमेरिकी हितों पर किए रॉकेट हमलों का जवाब था।
  • 31 दिसंबर 2019 को हमले से नाराज ईरान समर्थक प्रदर्शनकारियों ने बगदाद में अमेरिकी दूतावास परिसर में हमला बोल दिया। ट्रम्प ने ईरान को इसकी ‘‘बड़ी कीमत चुकाने'' की धमकी दी।
  • 3 जनवरी 2020 को अमेरिकी हवाई हमले में ईरान के शीर्ष कमांडर कासिम सुलेमानी की मौत हो गई। ईरान सुलेमानी की मौत से बौखला गया और उसने धमकी दी कि वह अमेरिका से इसका बदला जरूर लेगा।
  • 8 जनवरी 2020 को ईरान ने इराक स्थित ऐसे कम से कम दो सैन्य अड्डों पर एक दर्जन से अधिक बैलिस्टिक मिसाइल दागी जहां अमेरिकी सेना और उसके सहयोगी बल ठहरे हुए हैं। ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने अमेरिकी बलों पर किए हमले को आत्मरक्षा में उठाया गया कदम बताया और कहा कि इसके साथ ही अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए कासिम सुलेमानी की हत्या का बदला पूरा हो गया है। ईरान के किए इस हमले में कम से कम 80 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई।

Seema Sharma

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