विदेशों के लिए वीजा न मिलने से अभी भी परेशान हैं लाखों भारतीय यात्री

Saturday, Jul 23, 2022 - 02:13 PM (IST)

नेशनल डेस्क: यूरोपीय देशों व अमेरिका समेत कुछ अन्य देशों द्वारा वीजा देने में देरी करने के चलते भारतीय यात्रियों अभी भी पेरशानी का सामना करना पड़ रहा है। एक रिपार्ट के मुताबिक लाखों भारतीय यात्रियों को अपनी बुकिंग रद्द करने या पुनर्निर्धारित करने के लिए मजबूर किया गया है, जिससे टिकटों और होटलों की पुष्टि पर पैसे का नुकसान हुआ है।

अमेरिका और कई शेंगेन देशों विशेष रूप से ग्रीस के लिए वीजा जारी करना इन दिनों एक बड़ी बाधा है। ग्रीस जाने की चाह रखने वाले यात्री वीजा के लिए अपॉइंटमेंट लेने में असमर्थ हैं और फिर बिना किसी उचित कम्युनिकेशन के उन्हें वीजा की मुहर लगाने में लंबी देरी का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा कुछ मिशन अनिश्चित काल के लिए पासपोर्ट रखते हैं जिसके परिणामस्वरूप अनिश्चितता तो होती ही है, साथ में भी वीजा रद्द भी होता है। इससे यात्री को भारी लागत झेलनी पड़ती है।

आउटबाउंड टूर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के पूर्व अध्यक्ष गुलदीप सिंह साहनी ने कहा कि हम विदेशों में यात्रा की उच्च मांग देख रहे हैं, लेकिन वीजा चुनौतियों के कारण हम अपने सभी ग्राहकों को सेवा देने में असमर्थ हैं। व्यापार पूरी तरह से ठीक नहीं हुआ है और अभी भी पूर्व-महामारी के समय के मुकाबले 60-65 प्रतिशत पर है। दिल्ली में अमेरिकी दूतावास ने सितंबर से नए पर्यटक वीजा के लिए इन-पर्सन अपॉइंटमेंट फिर से शुरू करने की घोषणा की है, लेकिन कुछ आवेदकों के लिए, प्रतीक्षा समय एक वर्ष से अधिक हो गया है।

ब्रिटिश उच्चायोग के प्रवक्ता ने कहा कि यूके विजिट वीजा को संसाधित होने में वर्तमान में औसतन सात सप्ताह लग रहे हैं, हालांकि कुछ आवेदनों में अधिक समय लग सकता है।ऑस्ट्रेलिया, जिसने 2019 की तुलना में आगंतुक वीजा में 50 प्रतिशत की वृद्धि देखी है, भारतीय पर्यटकों को निर्धारित प्रस्थान तिथि से कम से कम आठ सप्ताह पहले आवेदन करने की सलाह दे रहा है। उधर भारत में 2,500 से अधिक ट्रैवल कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाले ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया  ने भारत सरकार को पत्र लिखते हुए कई मुद्दों को रखा है और विदेश मंत्रालय से यात्रा को बढ़ावा देने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए त्वरित कार्रवाई करने की मांग की है। 

Anil dev

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