इंडोनेशिया विमान हादसाः मारे गए सभी सवार, इस शख्स के साथ हुआ चमत्कार

Tuesday, Oct 30, 2018 - 12:18 PM (IST)

जकार्ताः  सोमवार को इंडोनेशिया की विमानन कंपनी लॉयन एयर के बोइंग विमान की दुर्घटना में सवार सभी 189 लोगों की मौत हो गई। मौत का यह आंकड़ा 190 भी हो सकता था, लेकिन सेतियावान सौभाग्यशाली रहे कि ट्रैफिक जाम में फंस जाने से उनकी फ्लाइट मिस हो गई। बोइंग में इंडोनेशिया की फाइनेंस मिनिस्ट्री के करीब 20 कर्मचारी भी सवार थे। इनमें आधा दर्जन सेतियावान के सहयोगी थे। सोनी सेतियावान ने बताया कि फ्लाइट मिस होने के बाद वह दूसरी फ्लाइट से पंगकल पिनॉन्ग एयरपोर्ट पर पहुंचे तो उन्हें इस हादसे की जानकारी मिली। 

बता दें कि इंडोनेशिया का लॉयन एयर विमान सोमवार को जकार्ता से उड़ान भरने के कुछ मिनटों बाद ही क्रैश हो गया था। विमान जेटी-610 जकार्ता से पंगकल पिनॉन्ग जा रहा था। टेक ऑफ के 13 मिनट बाद ही विमान का संपर्क टूट गया था। बताया जा रहा है कि संपर्क टूटने से पहले पायलट ने प्लेन की वापसी का सिग्नल दिया था। सेतियावान ने बताया कि सामान्य रूप से वह और उनके साथी इसी फ्लाइट (JT610) को ही लेते थे। उन्होंने कहा कि पता नहीं, सोमवार को टोल रोड पर ट्रैफिक इतना बुरा क्यों था। अक्सर वह जकार्ता सुबह 3 बजे तक पहुंच जाते हैं, लेकिन हादसे के दिन वह सुबह 6:20 पर पहुंचे और उनकी फ्लाइट मिस हो गई। लॉयन एयर के मुताबिक, इस फ्लाइट को एक घंटे 10 मिनट में पंगकल पिनॉन्ग पहुंचना था। 

फ्लाइट में 181 यात्री सवार थे, जिनमें एक बच्चा और दो नवजात भी शामिल थे। इसके अलावा 8 क्रू मेंबर्स थे। ये सभी 189 लोग विमान हादसे में मारे गए। हादसे के बाद राहत एवं बचाव अभियान में जुटे कर्मियों को सोमवार को जावा सागर में मानव अवशेष, विमान का मलबा और यात्रियों के निजी सामान मिले हैं। परिजनों ने हवाई अड्डों पर राहत केंद्रों पर जाकर अपने प्रियजनों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास किया। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं और इंडोनेशियाई जनता से 'प्रार्थना करने का' अनुरोध किया है। 

Tanuja

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